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उत्तर -प्रदेश लोक सभा चुनाव 2024 : आयें जानते हैं कहाँ -कहाँ बड़े मुकाबले और कौन हैं कैंडिडेट्स

उत्तर -प्रदेश देश को सबसे बड़ा राज्य होने के साथ ही देश की पॉलिटिकल नब्ज को टटोलने वाला चुनावी राज्य माना जाता है। यह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी , कांग्रेस नेता राहुल गांधी , प्रियंका गांधी सहित कई बड़े पार्टी प्रत्याशियों के राजनीतिक भाग्य को तय करने जा रहा है।

By: Abhinav Tiwari  RNI News Network
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उत्तर -प्रदेश लोक सभा चुनाव 2024 : आयें जानते हैं कहाँ -कहाँ बड़े मुकाबले और कौन हैं कैंडिडेट्स

उत्तर -प्रदेश को सबसे बड़ा राज्य होने के साथ ही देश की पॉलिटिकल नब्ज को टटोलने वाला चुनावी राज्य माना जाता है। यह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी , कांग्रेस नेता राहुल गांधी , प्रियंका गांधी सहित कई बड़े पार्टी प्रत्याशियों के राजनीतिक भाग्य को तय करने जा रहा है। सर्वाधिक 80 सीटों वाले इस प्रदेश को इस चुनाव में भारतीय जनता पार्टी अलायन्स के 400 सीटों के टारगेट को पूरा करने में महती भूमिका अदा करने वाला प्रदेश भी माना जाता है । यह सीट वैसी है जहाँ भगवा बयार के बल पर भारतीय जनता पार्टी अलायन्स जहाँ क्लीनस्वीप का माद्दा रखती है वहीं ,कभी कांग्रेस के लिए सुरक्षित रहे इस प्रदेश में उसकी उपस्थिति दिन ब दिन कम होती जा रही है। खासकर रायबरेली व अमेठी जो कि पार्टी के गढ़ रहे हैं , वहां वापसी को लेकर वह कश्मकश में है। वहीं , समाजवादी पार्टी व बहुजन समाजवादी पार्टी अपनी खोयी जमीन को वापस पाने को बेताब दिखती है।

लखनऊ : उत्तर -प्रदेश में अगले 19 अप्रैल को भारतीय जनता पार्टी , कांग्रेस सहित समाजवादी पार्टी व बहुजन समाजवादी पार्टी के लिए अब से कुछ ही माह होने जा रहे संसदीय चुनाव में अग्नि परीक्षा साबित होने जा रही है। प्रदेश की 80 सीट प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ,कांग्रेस के राहुल गांधी , प्रियंका गांधी सहित दूसरे दलों के धाकड़ नेताओं के भाग्यों का फैसला अब से चंद दिनों बाद होने जा रहे संसदीय चुनावों में करने जा रहा है।

2024 का संसदीय चुनाव बना कांग्रेस के सर्वाइवल का बड़ी अग्नि परीक्षा

उत्तर -प्रदेश को देश का वह प्रदेश माना जाता है जहां कांग्रेस अपने सर्वाइवल की पुरजोर कोशिश में है और प्रदेश में अपनी दो परम्पगत सीटों राय बरेली व अमेठी को अपने पास बरक़रार रखने को वह बेताब भी दिखती है जहाँ पिछले 2014 व 2019 के संसदीय चुनावों में पार्टी को हार से संतोष करना पड़ा था।

चुनावी रेस में समाजवादी पार्टी व बहुजन समाजवादी पार्टी भी

2024 में उत्तर -प्रदेश की चुनावी अग्नि परीक्षा में जनाधार वापस पाने को आतुर समाजवादी व बहुजनसमाज वादी पार्टियां भी हैं जो पिछली दो बार की करारी हार को इस बार जीत में परिणत होते हुए हर हाल में दिखना चाहती हैं। यही कारण है कि दोनों दल राज्य की उन सीटों पर अपने उम्मीदवारों को उतारा है जो रणनीतिक हिसाब से अहम् हैं

अब जानते हैं प्रदेश की उन सीटों को जहाँ कांटे की टक्कर की पूरी संभावना है

वाराणसी : उक्त संसदीय सीट 19 अप्रैल को हो रहे संसदीय चुनाव में प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी व कांग्रेस से मैदान में खड़े अजय राय के बीच भाग्य का फैसला करने जा रहा है। उल्लेखनीय है कि इस सीट से भारतीय जनता पार्टी की तरफ से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जीत हासिल की थी।

लखनऊ : प्रदेश के दूसरे इस अहम् सीट से रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह , सपा के रविदास मल्होत्रा व बीएसपी के सर्वर मालिक के बीच फैसला

केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह यहां समाजवादी पार्टी के रविदास मल्होत्रा व बहुजन समाजवादी पार्टी के सरवर मालिक के खिलाफ लखनऊ के इस अहम् सीट से मैदान में हैं। यहाँ राजनाथ सिंह ने पिछले चुनावों में आसान जीत दर्ज की थी।

अमेठी : यह प्रदेश की वह सीट है जहाँ भारतीय जनता पार्टी की ओर से केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी मैदान में हैं हालांकि विपक्ष ने अब तक अपने पार्टी उम्मीदवार के नाम की घोषणा नहीं की है।

गाजीपुर : यहाँ से समाजवादी पार्टी की ओर से अफजल अंसारी का मुकाबला भारतीय जनता पार्टी के पारस नाथ राय से है और जहाँ मुकाबला काफी दिलचस्प रहने वाला है।

पीलभीत : यह उत्तर प्रदेश का वह संसदीय सीट है जहाँ भारतीय जनता पार्टी में हाल में आये जितिन प्रसाद का मुकाबला समाजवादी पार्टी के भगवत सरण गंगवार व बसपा के अनीस अहमद से होगा।
रायबरेली : गांधी परिवार का गढ़ रहे इस सीट पर अब तक किसी दल ने अपने प्रत्याशी घोषित नहीं किये हैं।

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