वाराणसी के उदय प्रताप कॉलेज के 115वें स्थापना दिवस समारोह में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भाग लिया। उन्होंने इस अवसर पर राजर्षि उदय प्रताप सिंह को माल्यार्पण किया और सभा को संबोधित करते हुए शिक्षा के क्षेत्र में कॉलेज के उल्लेखनीय योगदान की सराहना की। मुख्यमंत्री ने कहा कि किसी भी देश की प्रगति उसके युवा शक्ति की उपेक्षा करके नहीं हो सकती। इतिहास इस बात का गवाह है कि जिन राष्ट्रों ने अपनी युवा शक्ति की उपेक्षा की, वे आगे नहीं बढ़ पाए।
युवा शक्ति का महत्व
मुख्यमंत्री ने भगवान राम और कृष्ण, भगवान बुद्ध तथा महाराणा प्रताप का उदाहरण देते हुए कहा कि इन सभी ने अपनी युवावस्था में महत्वपूर्ण कार्य किए। उन्होंने कहा कि जब भी युवाओं ने अंगड़ाई ली है, भारत ने प्रगति की है। वाराणसी को आधुनिक शिक्षा का केंद्र बनने के लिए युवाओं की जिम्मेदारी और अधिक बढ़ जाती है।
शिक्षा और तकनीक का समन्वय
योगी आदित्यनाथ ने कहा कि काशी की प्रगति में बीएचयू और उदय प्रताप कॉलेज की भूमिका अहम है। उन्होंने छात्रों को तकनीक को अपनाने और इसे अपने शिक्षण का हिस्सा बनाने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने कहा कि शॉर्टकट का रास्ता किसी को मंजिल तक नहीं पहुंचा सकता।
राज्य मंत्री रविंद्र जायसवाल का योगदान
इस अवसर पर राज्य मंत्री रविंद्र जायसवाल ने उदय प्रताप कॉलेज के योगदान की सराहना की। उन्होंने कहा कि कॉलेज के हजारों विद्यार्थी कृषि के क्षेत्र में संस्थान का नाम रोशन कर रहे हैं और यह कॉलेज अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ियों को भी प्रदान कर रहा है। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार शिक्षा के क्षेत्र में बड़े कार्य कर रही है, जिससे हर जिले में विश्वविद्यालय की स्थापना हो रही है।
अन्य गणमान्य अतिथि
कार्यक्रम में उत्तर प्रदेश सरकार के मंत्री दयाशंकर मिश्र, महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ के कुलपति एके त्यागी और महापौर अशोक तिवारी जैसे विशिष्ट अतिथि भी उपस्थित थे। उन्होंने भी शिक्षा के क्षेत्र में आगे बढ़ने की आवश्यकता पर जोर दिया और राष्ट्रीय एकता का संदेश दिया।