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Mahakumbh 2025: 45 दिन में दौड़ेंगी 13 हजार ट्रेनें, बिना लाइन मिलेगी टिकट

महाकुंभ के अवसर पर रेलवे ने 45 दिनों में 13,000 ट्रेनें चलाने की योजना बनाई है। इस दौरान 3,000 विशेष ट्रेनें चलाई जाएंगी, जबकि 10,000 ट्रेनें नियमित रूप से संचालित होंगी। रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने वाराणसी और प्रयागराज यात्रा के दौरान यह घोषणा की। योजना के तहत, वाराणसी, प्रयागराज, और अयोध्या के बीच रिंग रेल सर्किल का निर्माण किया जाएगा।

रिंग रेल सर्किल और कनेक्टिविटी

महाकुंभ के लिए प्रयागराज में चार रिंग रेल सर्किल बनाए जाएंगे—वाराणसी-प्रयागराज, प्रयागराज-अयोध्या, अयोध्या-काशी, और प्रयागराज सर्किल। विभिन्न राज्यों के 50 शहरों से प्रयागराज के लिए विशेष ट्रेनें चलाई जाएंगी। इस पहल से चेन्नई, मुंबई सहित देश के अन्य सभी हिस्सों से प्रयागराज की सीधी कनेक्टिविटी सुनिश्चित होगी।

सुरक्षा और यात्री सुविधा

रेलवे सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए 18,000 आरपीएफ और जीआरपी जवानों की तैनाती करेगा। इसके अलावा, 13,000 रेलवे कर्मचारी भी विशेष रूप से तैनात किए जाएंगे जिनमें भारतीय भाषाओं के विशेषज्ञ भी शामिल होंगे।

टिकटिंग और यात्री सुविधाएं

महाकुंभ के दौरान रेलवे ने बिना लाइन लगे टिकट प्रदान करने की योजना बनाई है। रेलवे स्टेशनों पर मोबाइल टिकटिंग मशीनों के माध्यम से यात्रियों को उनके गंतव्य का टिकट उपलब्ध कराया जाएगा। इसके अलावा, मोबाइल एप्लिकेशन के माध्यम से भी जनरल टिकट प्राप्त किए जा सकेंगे। 554 अनारक्षित टिकट काउंटर भी स्थापित किए जाएंगे।

बहुभाषी सहायता

देश के विभिन्न हिस्सों से आने वाले श्रद्धालुओं की सहायता के लिए रेलवे ने 12 बहुभाषी बुकलेट तैयार की है, जिसमें तमिल, कन्नड़, उड़िया, मलयालम, मराठी आदि भाषाएं शामिल हैं।

प्रधानमंत्री का आगमन और योजना

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 13 दिसंबर को प्रयागराज में महाकुंभ से संबंधित लगभग 7,000 करोड़ की परियोजनाओं की घोषणा करेंगे। उनके स्वागत के लिए निषादराज क्रूज की तैयारी की जा रही है, जो उन्हें संगम तक ले जाएगी।

अयोध्या में विशेष आश्रय स्थल

महाकुंभ में श्रद्धालुओं के ठहरने के लिए अयोध्या में 3,000 लोगों की क्षमता वाला आश्रय स्थल बनाया जाएगा। प्रयागराज महाकुंभ के दौरान, विशेष तिथियों पर यहां श्रद्धालुओं की भारी संख्या पहुंचेगी, जिनके लिए यह सुविधा उपलब्ध होगी।

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