बाराबंकी जिले के एक ऐसी खबर सामने आई है, जिसके जानने से हर कोई हैरान हो जा रहा है। जिले के राजकीय बालिका संप्रेक्षण गृह एक किशोरी के भागने का मामला सामने आया है। इस घटना के बाद सुरक्षा व्यवस्था की पोल खुल गयी है। पुलिस की कई टीमें किशोरी की तलाश में जुट गई हैं। किशोरी संप्रेक्षण गृह की छत से कूदकर फरार हो गई है। मामले की जानकारी होते ही हड़कंप मच गया और मौके पर कई आला अधिकारी पहुंचे।
अधिकारियों ने संप्रेक्षण गृह पहुंचकर घटना की जानकारी ली। इसके साथ ही पुलिस की कई टीमें बनाकर किशोरी तलाश जारी है। 17 वर्षीय किशोरी संतकबीरनगर जिले की रहने वाली है। इसको अक्टूबर 2022 में चोरी के मामले में पकड़ा गया था। जिसके बाद उसको यहां लगाया गया था। किशोरी का याहं ट्रायल चल रहा है। जानकारी सामने आ रही है कि वह कई दिनों से भागने की फिराक में थी। लेकिन उसको मौका नहीं मिल पा रहा था।
संप्रेक्षण गृह में कई दिनों से छत की मरम्मत का कार्य चल रहा है। जिससे उसको छत पर पहुंचने में आसानी हो गई। वह छत से कूदकर नौ दो ग्यारह हो गई। जानकारी सामने आई है कि पहले अटेंडेंस में किशोरी मौजूद थी। उसके बाद तीन बार वाशरूम जाने को कहकर वहां से चली गई। जब उसको वापस आने में काफी देर हो गई तो वहां ट्रेनिंग दे रही टीचर ने अपने हेडमिस्ट्रेस कंचन वर्मा को बताया। मामले की जानकारी होने के बाद भी हेडमिस्ट्रेस कंचन वर्मा ने अधिकारियों को सूचने देने के बजाय अपने स्तक पर तलाश शुरू कर दी।
जब किशोरी कहीं नहीं मिली तो हेडमिस्ट्रेस कंचन वर्मा ने शाम पांच बजे अधिकारियों को इसकी जानकारी दी। इस मामले में जिला प्रोबेशन अधिकारी डॉ. पल्लवी सिंह ने निदेशालय को रिपोर्ट बनाकर भेजी है। हेडमिस्ट्रेस कंचन वर्मा समेत स्टॉफ पर लापरवाही बरतने के मामले में कार्रवाई की सिफारिश की है। जिलाधिकारी बाराबंकी अविनाश कुमार ने घटना की जांच के आदेश दिए हैं। इसके साथ ही परिजनों को भी इसकी जानकारी दे दी गई है।
जिलाधिकारी बाराबंकी अविनाश कुमार ने बताया कि राजकीय बालिका संप्रेक्षम गृह से लगभग ढाई बजे किशोरी के भागने की सूचना मिली है। उन्होंने कहा कि इस घटना के संबंध में मैंने और एसपी ने मौके का निरीक्षण किया है। उन्होंने किशोरी को बरामद करने के लिए पुलिस की कार्रवाई जारी है। उन्होंने बताया कि इस मामले में हमने एसडीएम और सीओ की ज्वाइंट इंक्वायरी गठित कर दी है। जिसमें सबके बयान दर्ज किए जा रहे हैं। इस मामले में जिस कर्मचारी की लापरवाही पाई जाएगी। उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।