यूपी के 20 जिलों में बाढ़ के हालात लगातार बने हुए हैं। नेपाल बार्डर से भारत में आ रही नदियों के साथ गंगा नदी भी उफान पर है। वाराणसी में गंगा के घाटों का संपर्क पूरी तरह से टूट चुका है। अभी तक मिली जानकारी के तहत भदैनी घाट भी जलमग्न हो चुका है। वहीं गंगा का जलस्तर प्रत्येक घंटे 5 से 10 सेंटीमीटर बढ़ता जा रहा है। जिससे आस-पास के इलाकों में बाढ़ का खतरा बढ़ता जा रहा है।
वाराणसी में ही नहीं बल्कि प्रयागराज में भी गंगा उफाम पर हैं। वहीं नदी किनारे बसे लोग मजबूर होकर अपना घर छोड़ रहे हैं और सुरक्षित स्थानों पर जा रहे हैं। गोरखपुर, गोंडा, हरदोई, शाहजहांपुर, लखीमपुर खीरी और बलरामपुर में बाढ़ ने आम जीवन को अस्त-व्यस्त कर रखा है।
आज यूपी के किसी भी जिले में भारी बारिश का अलर्ट नहीं है। पर, 37 जिलों में बादल छाने और बिजली गिरने का अलर्ट है। इस दौरान 40 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवा चलने की बात कही गई है।
सोमवार की बात करें तो 36 जिलों में केवल 4 मिलीमीटर बारिश हुई है। मुजफ्फरनगर में सबसे ज्यादा 82 मिलीमीटर बारिश हुई। गौरतलब है कि प्रदेश में 1 जून से अभी तक नॉर्मल से 10% ज्यादा बारिश हो चुकी है। आपको बता दें कि 45 दिनों में 242 मिलीमीटर बारिश हो चुकी है, जबकि यूपी में औसत 220 मिलीमीटर बारिश का अवसत है।
सोमवार को कानपुर जिला सबसे गर्म जिलों में सुमार रहा। यहां का अधिकतम तापमान 37.2 डिग्री रहा। जिसके बाद प्रयागराज का तापमान 37.1 डिग्री रिकॉर्ड किया गया। वहीं सबसे कम तापमान की बात करें तो बाराबंकी जिला रहा जहां 23.5 डिग्री रिकॉर्ड किया गया।
वहीं 17 जुलाई को यूपी के 17 जिलों में भारी बारिश की चेतावनी मौसम विभाग ने दी है। मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार, मानसून एब यूपी में कमजोर पड़ रहा है, पर जुलाई के अंतिम सप्ताह में अच्छी बारिश होने की संभावना है।