महाकुंभ में हुई भगदड़ की जांच के लिए गठित न्यायिक आयोग की तीन सदस्यीय टीम ने लखनऊ में प्रेस कॉन्फ्रेंस की। इस दौरान पूर्व न्यायाधीश हर्ष कुमार, पूर्व आईएएस डीके सिंह और पूर्व आईपीएस वीके गुप्ता ने मीडिया से बातचीत की। आयोग के सदस्यों ने बताया कि वे कल प्रयागराज जाकर हादसे की गहन जांच करेंगे और एक महीने के भीतर रिपोर्ट सौंपने की योजना है।
न्यायिक आयोग की टीम प्रयागराज पहुंचकर हादसे के स्थान का निरीक्षण करेगी और वहां मौजूद प्रत्यक्षदर्शियों, प्रशासनिक अधिकारियों और सुरक्षा कर्मियों से बातचीत करेगी। साथ ही, आयोग यह भी जांच करेगा कि सुरक्षा और भीड़ नियंत्रण में क्या कमियां थीं, जिससे भगदड़ मची।
आयोग के अनुसार, जिस भी विभाग या अधिकारी की लापरवाही सामने आएगी, उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। हादसे की परिस्थितियों का बारीकी से अध्ययन कर सभी संभावित कारणों को रिपोर्ट में शामिल किया जाएगा।
एक महीने में सौंपी जाएगी रिपोर्ट
आयोग की टीम ने स्पष्ट किया कि पूरी जांच निष्पक्ष तरीके से की जाएगी और एक महीने के भीतर इसकी रिपोर्ट सरकार को सौंप दी जाएगी। इस रिपोर्ट के आधार पर भविष्य में महाकुंभ जैसी बड़ी धार्मिक सभाओं में बेहतर प्रबंधन और सुरक्षा व्यवस्था सुनिश्चित करने के सुझाव भी दिए जाएंगे।