यूपी के गोरखपुर, वाराणसी समेत करीब 20 से ज्यादा जिलों में बाढ़ जैसी स्थिति बनी हुई है। जिससे 20 लाख से ज्यादा लोग प्रभावित हुए हैं। वहीं बाढ़ की सबसे भयावह स्थिति गोरखपुर में बनी हुई है। यहां राप्टी नदी खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं। अभी तक 55 से ज्यादा गांव जलमग्न हो चुके हैं।
स्पष्ट कर दें कि बाढ़ के कारण करीब 8400 हेक्टेयर से अधिक फसलें बर्बाद हो गई। वहीं गांवों का संपर्क मुख्य मार्गों से कट गया है। 100 नावें लगातार बचाव कार्य में लगी हुई हैं। NDRF, SDRF और PAC टीम भी लोगों को बाढ़ से बचाने के लिए हर संभव प्रयास में लगी हुई है।
वहीं, वाराणसी में गंगा के जलस्तर बढ़ने से करीब 30 घाट डूब चुके हैं। दशाश्वमेध घाट के गंगा आरती स्थल तक पानी का प्रवाह हो चुका है। आज 52 जिलों में बादल छाने और बिजली गिरने का अलर्ट मौसम विभाग ने जारी किया है।
गुरुवार की बात करें तो यूपी के 20 जिलों में केवल 1.2 मिलीमीटर बारिश हुई। जोकि औसत से 87 फीसद कम है। वहीं सबसे ज्यादा मुजफ्फरनगर में करीब 29 मिलीमीटर बारिश हुई। बता दें कि प्रदेश में 1 जून से अभी तक 246.6 मिलीमीटर बारिश हुई है, जोकि औसत से 1 फीसद कम है।
मानसून पर ब्रेक लगने के बाद यूपी का पारा बढ़ गया है। यूपी का पारा 40 डिग्री को पार कर रहा है। बता दें कि गुरुवार को कानपुर के बर्रा में अधिकतम तापमान सामान्य से करीब 7 डिग्री ज्यादा अधिकतम 40.8 डिग्री पहुंच गया। वहीं प्रयागराज का अधिकतम तापमान नॉर्मल टेंपरेचर से 6 डिग्री सेल्सियस ज्यादा 39.8 डिग्री सेल्सियस रहा।