बाढ़ के कारण बरेली मंडल के तहत आने वाले पीलीभीत और शाहजहांपुर में हालत बद-से-बदतर होते जा रहे हैं। वहीं बरेली के भी 80 से ज्यादा गांव जलमग्न हो चुके हैं। वहीं देवहा नदी के जलस्तर बढ़ने से आसपास के गांवों में बाढ़ का खतरा पैदा कर दिया है। ऐसे में बाढ़ को देखते हुए सरकारी स्कूलों को अगले आदेश तक बंद कर दिया गया है।
आपको बता दें कि बरेली देहात क्षेत्र में शीशगढ़, शेरगढ़, बहेड़ी और भदपुरा क्षेत्रों के करीब 80 से ज्यादा गांव में बाढ़ जैसी स्थिति उत्पन्न हो चुकी है। इसी के साथ रामगंगा और दूसरी नदियों का जलस्तर बढ़ने से 200 अन्य गांवों में बाढ़ का खतरा मंडरा रहा है। देवहा नदी में बाढ़ आने से चारों तरफ के गांव जलमग्न हो चुके हैं।
अमीरनगर स्कूल पूरी तरह से पानी में डूब गया है। भटपुरा के प्राथमिक स्कूल में करीब 4 फीट पानी भर गया है। यहां की सड़कें कटकर बाढ़ के पानी में बह चुकी हैं।
देवहा नदी में बाढ़ आने से सड़क के कटान से प्रभावित हुए गांव के लोगों को सुरक्षित स्थान पर जाने कि लिए कहा गया है। DM ने मंगलवार को नवाबगंज तहसील के अलग-अलग गांवों में पहुंचकर स्थिति का जायजा लिया। वहीं एसपी देहात मुकेश चंद्र मिश्रा ने कहा कि शीशगढ़, शेरगढ़ व बहेड़ी क्षेत्र के अधिक गांव बाढ़ से अधिक प्रभावित हैं।
मौसम विभाग के अधिकारियों के तहत एक जुलाई से लेकर 8 जुलाई तक बरेली में 362 मिमी की बारिश हुई है। जिसने पूरे जुलाई माह के रिकार्ड को तोड़ दिया है। इसी के साथ गुरुवार को भी 19 मिमी बारिश हुई।
मौसम विभाग ने कहा है कि आज शुक्रवार को यहां हल्की बारिश हो सकती है। आज सुबह यहां का न्यूनतम तापमान 23 डिग्री दर्ज हुआ। जबकि दिन में अधिकतम तापमान 33 डिग्री तक पहुंचने का अनुमान जताया है। वहीं आज हवा की गति करीब 6 किमी प्रति घंटा रहेगी।