गांधी परिवार कैसे बना ब्रांड?

ABHINAV TIWARI

मोतीलाल नेहरू जाने-माने वकील और स्वतंत्रता आंदोलन के बड़े नेता थे।

मोतीलाल 2 बार कांग्रेस के अध्यक्ष भी रहे। वहीं मोतीलाल के बेटे जवाहर लाल नेहरू भी आजादी की लड़ाई में शामिल हो गए।

आजादी के बाद जवाहर लाल पहले प्रधानमंत्री बने और भारत की नींव को मजबूत किया।

जवाहर लाल नेहरू की इकलौती बेटी इंदिरा नेहरू को पत्रकार और नेता फिरोज गांधी से प्यार हो गया।

1942 में फिरोज गांधी से शादी करने के बाद इंदिरा ने अपने पति का सरनेम अपना लिया।

1944 में राजीव और 1946 में संजय को जन्म देने के बाद 1966 में इंदिरा भारत की पहली महिला प्रधानमंत्री बनीं।

1968 में राजीव गांधी ने सोनिया गांधी से शादी की। 1970 में राहुल गांधी का जन्म हुआ।

1984 में इंदिरा गांधी के सुरक्षा गार्ड बेअंत सिंह और सतवंत सिंह ने ही उनकी हत्या कर दी।

दादी इंदिरा की हत्या के समय राहुल 14 साल के थे और देहरादून के दून स्कूल में पढ़ते थे।

इंदिरा की हत्या के बाद 1984 में राजीव गांधी प्रधानमंत्री बने। 1991 में उनकी हत्या कर दी गई।

तमिलनाडु के श्रीपेरंबुदूर में राजीव पर लिट्टे के आत्मघाती हमले के वक्त राहुल गांधी 21 साल के थे।

1999 में सोनिया गांधी ने कांग्रेस की बागडोर संभाल ली। 2004 में राहुल गांधी ने राजनीति में एंट्री की।

2007 में 'द गार्जियन' ने लिखा, “गांधी ब्रांड का दुनिया में कोई सानी नहीं। आजादी के 60 में से 40 साल सत्ता पर इस फैमिली के सदस्य रहे हैं।"

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