Chandrayan-4: लॉन्च से लेकर लौटने तक होंगी ये कमाल की चीजें

ABHINAV TIWARI

ISRO तैयार है। चंद्रयान-4 अगले चार साल में लॉन्च करने की प्लानिंग है। इस बार ये मिशन कई जटिल तकनीकी घटनाओं का मिश्रण होगा। इस मिशन में कई कमाल की चीजें होंगी।

कुछ महीनों पहले ही चंद्रयान-4 मिशन को सरकार की हरी झंडी मिल चुकी है। सरकार ने इस मिशन को पूरा करने के लिए इसरो को 2104.06 करोड़ रुपए सैंक्शन किए हैं। चंद्रयान-4 मिशन कई तरह से कमाल का मिशन होगा।

1. अंतरिक्ष में चंद्रयान-4 के दो हिस्सों को जोड़ा जाएगा। अलग किया जाएगा। यानी डॉकिंग-अनडॉकिंग होगी।

2. चांद की सतह पर मानवरहित लैंडर की लैंडिंग होगी।

3. रोवर बाहर निकल कर सैंपल जमा करेगा।

4. वापस लैंडर में आकर बैठेगा।

5. लैंडर चांद की सतह से टेकऑफ करेगा।

6. चांद की कक्षा में घूम रहे ऑर्बिटर से जुड़ेगा।

7. इसके बाद दोनों धरती की तरफ वापस आएंगे।

8. ऑर्बिटर मिट्टी के सैंपल वाले कैप्सूल को धरती की ओर फेकेगा।

कैसे पूरा होगा चंद्रयान-4 मिशन?

ISRO चीफ डॉ. एस. सोमनाथ ने कुछ महीनों पहले ही कहा था कि Chandrayaan-4 एक बार में लॉन्च नहीं होगा। इसे दो हिस्सों में लॉन्च किया जाएगा। यानी एक के बाद दूसरा LVM-3 रॉकेट लॉन्च किया जाएगा। इसके बाद अंतरिक्ष में इसके मॉड्यूल यानी हिस्सों को जोड़ा जाएगा। यानी डॉकिंग करेंगे।

चांद की मिट्टी लेकर आएगा वापिस

Chandrayaan-4 को अंतरिक्ष में टुकड़ों में भेजकर स्पेश में ही जोड़ा जाएगा। इस मिशन के जरिए ही इसरो चंद्रमा से सैंपल लेकर धरती पर वापस आएगा। डॉ. एस. सोमनाथ ने कहा कि हमने चंद्रयान-4 की सारी प्लानिंग कर ली है।

इसरो चीफ ने कहा था कि "हमारे पास डॉकिंग यानी स्पेशक्राफ्ट के हिस्सों को जोड़ने की तकनीक है। यह काम धरती के अंतरिक्ष या फिर चंद्रमा के अंतरिक्ष दोनों जगहों पर कर सकते हैं।"

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