क्या होती है आर्टिफिशियल बारिश?

ABHINAV TIWARI

आर्टिफिशियल बारिश यानी क्लाउड सीडिंग, मौसम में बदलाव लाने वाली टेक्नोलॉजी है।

इसके तहत बादलों में कुछ पदार्थ डाले जाते हैं जिससे बरसात होती है।

क्लाउड सीडिंग करने के लिए हवाईजहाज या हेलीकॉप्टर के जरिए बादलों में सिल्वर आयोडिन या पोटैशियन आयोडिन जैसे आम पदार्थों का छिड़काव किया जाता है।

ये पदार्थ न्यूक्लाई की तरह काम करते हैं जिनके आसपास पानी की बूंदे बन जाती है।

फिर इसी प्रोसेस के जरिए बारिश की बूंदे बनती रहती हैं। इस तरह से क्लाउड सीडिंग के जरिए बरसात की जाती है।

आमतौर पर इस प्रोसेस को पूरा होने में करीब डेढ़ घंटा लगता है, लेकिन ये सफल होगा या नहीं ये मौसम पर निर्भर करता है।

इसकी सफलता में नमी से भरे बादल और हवा का सही पैटर्न अहम रोल निभाता है।

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