दर्द बॉडी के डिफेंस सिस्टम का एक हिस्सा है। दर्द तब तक होता है जब तक घाट भर न जाए। कहने का तात्पर्य है की टिश्यू की मरम्मत जब तक न हो जाए तब तक दर्द होता रहता है।
हर व्यक्ति की शारीरिक बनावट और मैकेनिज्म अलग-अलग होता है इसलिए जैसा दर्द होता है उसकी दवा भी उसी रूप में होता है।
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