भारत के इस शहर का नाम पड़ा "मिनी जापान?"
पंडित नेहरू से कनेक्शन
देश में ऐसा भी शहर है, जिसे मिनी जापान के नाम से जाना जाता है। उस शहर को यह नाम पंडित जवाहरलाल नेहरू ने दिया था।
कहां है मिनी जापान?
पटाखे की राजधानी कहे जाने वाले तमिलनाडु के शिवकाशी को पंडित नेहरू ने मिनी जापान कहा था। नेहरू का यह नाम देने के पीछे भी एक वजह थी।
क्यों रखा यह नाम?
जापान को पटाखों के लिए भी जाना जाता है और भारत के शिवकाशी में पटाखे भी तैयार होते हैं, इसलिए इसे मिनी जापान भी कहा गया है।
कितने पटाखे बनते हैं?
चेन्नई से 500 किलोमीटर की दूरी पर स्थित इस शहर में 400 से ज्यादा पटाखा फेक्ट्रियां हैं। देश में 90 फीसद पटाखों की सप्लाई यहीं से होती है।
यहां साल के 300 दिन बनते हैं पटाखे
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पटाखों को साल के कुछ चुनिंदा मौकों पर जलाया जाता है, लेकिन इन्हें बनाने की तैयारी साल के 300 दिन तक चलती रहती है।
किसने बनाया पटाखों का शहर
शिवकाशी को पटाखों को शहर बनाने का श्रेय अय्यर नादर और शनमुगा नादर के दो भाइयों को जाता है। इन्होंने यहां सबसे पहले पटाखों की फैक्ट्री लगाई।
कहां से सीखा पटाखा बनाने का तरीका
दोनों भाई पटाखा और माचिस बनाने का तरीका सीखने सबसे रहले कोलकाता गए, वहाँ से वापस लौटकर इन्होंने शिवकाशी में पटाखों के फैक्ट्री की शुरूआत करी।
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