यूपी सरकार ने बजट 2025-26 में नोएडा को सोलर सिटी के रूप में विकसित करने की घोषणा की है। इस योजना के तहत शहर को सौर ऊर्जा से संचालित करने के लिए बड़े पैमाने पर काम किया जाएगा। इसका उद्देश्य स्वच्छ ऊर्जा को बढ़ावा देना और पर्यावरण संरक्षण को सुनिश्चित करना है।
नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट का विस्तार
नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट का विस्तार भी तेजी से किया जाएगा। अप्रैल 2025 तक व्यावसायिक उड़ानें शुरू होने की संभावना है। इसके अलावा, दो और एयरस्ट्रिप पर जल्द ही निर्माण कार्य शुरू किया जाएगा। पहले चरण में यह एयरपोर्ट हर साल लगभग 12 करोड़ यात्रियों को सुविधा प्रदान करेगा।
सौर ऊर्जा से जगमगाएगा नोएडा
नोएडा को सौर ऊर्जा से संचालित स्मार्ट सिटी बनाने की प्रक्रिया पहले से ही शुरू हो चुकी है।
इस योजना के तहत:
- नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर 10 मेगावाट का सोलर पावर प्लांट लगाया जाएगा, जिससे एयरपोर्ट की ऊर्जा जरूरतें पूरी की जाएंगी। अतिरिक्त बिजली को ग्रिड में भेजा जाएगा।
- शहर के 800 से अधिक पार्कों में सौर ऊर्जा से लाइटिंग की व्यवस्था होगी, जिससे बिजली की खपत कम होगी।
- अक्वा लाइन मेट्रो के स्टेशनों की छतों पर सोलर पैनल लगाए जाएंगे, जिससे मेट्रो संचालन पूरी तरह से हरित ऊर्जा पर निर्भर रहेगा।
- सड़क पर लगने वाली स्ट्रीट लाइटें भी सौर ऊर्जा से संचालित की जाएंगी, जिससे बिजली की खपत में भारी कमी आएगी।
सोलर पावर प्लांट की स्थापना
नोएडा एयरपोर्ट परिसर में 10 मेगावाट क्षमता का सोलर पावर प्लांट स्थापित किया जाएगा। इस परियोजना को यमुना इंटरनेशनल एयरपोर्ट प्राइवेट लिमिटेड और टाटा पावर के सहयोग से लागू किया जा रहा है। इस हरित ऊर्जा परियोजना के तहत, एयरपोर्ट परिसर को सौर ऊर्जा से पूरी तरह संचालित करने का लक्ष्य रखा गया है।
नोएडा को सोलर सिटी के रूप में विकसित करने की यह पहल पर्यावरणीय संतुलन बनाए रखने के साथ-साथ ऊर्जा दक्षता में भी अहम योगदान देगी। साथ ही, नोएडा एयरपोर्ट का विस्तार उत्तर प्रदेश के आर्थिक विकास और वैश्विक कनेक्टिविटी को और मजबूत करेगा।