महाकुंभ से लौटते श्रद्धालुओं का रेला काशी में उमड़ पड़ा है। 12 फरवरी को लगभग 50 लाख श्रद्धालु वाराणसी पहुंचे, जो अब तक का ऐतिहासिक आंकड़ा है। शहर की सड़कें, घाट और प्रमुख मंदिर श्रद्धालुओं से खचाखच भरे हुए हैं। हर कोई बाबा विश्वनाथ के दर्शन की एक झलक पाने के लिए बेताब नजर आ रहा है।
हर तरफ भक्तों की भीड़, काशी विश्वनाथ धाम बना आस्था का केंद्र
गंगा घाटों पर अपार भीड़ और सुरक्षा कारणों से दैनिक आरती को भी स्थगित करना पड़ा। बावजूद इसके, श्रद्धालुओं की आस्था में कोई कमी नहीं आई। मंदिर प्रशासन के अनुसार, सुबह 2:45 बजे मंदिर के पट खुलते ही बाबा का अभिषेक किया गया। भव्य मंगला आरती के दौरान हर-हर महादेव के जयघोष गूंजते रहे।
सुबह आरती के दौरान करीब एक लाख श्रद्धालु कतार में खड़े थे, जबकि दो लाख से अधिक श्रद्धालु गंगा घाटों पर जमा थे। माघी पूर्णिमा के स्नान के बाद काशी में श्रद्धालुओं की संख्या और बढ़ गई है। अनुमान लगाया जा रहा है कि शुक्रवार को प्रयागराज से करीब 10 लाख श्रद्धालु और काशी पहुंच सकते हैं।
मां गंगा में स्नान और मंदिरों में उमड़ी श्रद्धालुओं की भीड़
श्रद्धालु मां गंगा में स्नान और नौका विहार के साथ बाबा विश्वनाथ, काल भैरव और संकट मोचन जैसे प्रमुख मंदिरों में दर्शन के लिए लंबी कतारों में लगे हैं। पूरे शहर में भक्तों की भीड़ है, जिससे होटल और धर्मशालाएं फुल हो चुकी हैं।
यूपी के अलावा, बिहार, मध्य प्रदेश समेत 10 राज्यों से श्रद्धालु काशी पहुंचे हैं। गोदौलिया से लेकर दशाश्वमेध घाट तक हर जगह सिर्फ भक्तों का सैलाब नजर आ रहा है।
श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए सख्त इंतजाम
श्रद्धालुओं की भीड़ को देखते हुए पुलिस और प्रशासन पूरी तरह मुस्तैद है। सुरक्षा व्यवस्था बनाए रखने के लिए सीसीटीवी और ड्रोन से निगरानी की जा रही है। वहीं, गंगा घाटों पर जल पुलिस और एनडीआरएफ की टीमें तैनात की गई हैं।
भीड़ को नियंत्रित करने के लिए पुलिस कमिश्नर मोहित अग्रवाल समेत 10 आईपीएस अधिकारी, तीन जोन के एडीसीपी और 17 पीपीएस अधिकारी पूरी तरह सक्रिय हैं। इसके अलावा, डीएम समेत 5 आईएएस और 11 पीसीएस अधिकारी व्यवस्थाओं की निगरानी कर रहे हैं।
प्रशासन कर रहा भीड़ प्रबंधन
काशी विश्वनाथ मंदिर में दर्शन करने के लिए लंबी कतारें लगी हुई हैं। प्रशासन श्रद्धालुओं को किसी भी प्रकार की असुविधा न हो, इसका ध्यान रख रहा है। मंदिर के गेट नंबर 4 से बुलानाला तक दर्शनार्थियों की लाइन को व्यवस्थित करने का जिम्मा इंस्पेक्टर विमल मिश्रा को सौंपा गया है।
काशी में इन दिनों श्रद्धालुओं की भीड़ अपने चरम पर है। बाबा विश्वनाथ के दर्शन के लिए भक्त घंटों कतार में खड़े हैं, लेकिन आस्था की लौ मंद नहीं हुई है। प्रशासन के सख्त प्रबंधों के बावजूद, शहर की सड़कों और घाटों पर अपार भीड़ बनी हुई है। आने वाले दिनों में श्रद्धालुओं की संख्या और बढ़ सकती है, जिससे काशी का धार्मिक और सांस्कृतिक महत्व और अधिक उजागर हो रहा है।