मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रदेश में ट्रैफिक व्यवस्था को सुदृढ़ करने के लिए ऐतिहासिक कदम उठाते हुए यातायात पुलिस में अलग महिला विंग बनाने की घोषणा की है। इस नई पहल के तहत 10,000 नए पदों का सृजन किया जाएगा।
मुख्यमंत्री ने निर्देश दिया है कि महिला निरीक्षक, उप निरीक्षक, और सिपाहियों की अलग तैनाती की जाए। इसके अलावा, ट्रैफिक पुलिस में स्टाफ की कमी को दूर करने के लिए 10,000 अतिरिक्त पद सृजित किए जाएंगे।
सड़क सुरक्षा परिषद की बैठक में सीएम योगी ने पिछले वर्ष सड़क दुर्घटनाओं में हुई मौतों की संख्या को 50% तक कम करने का लक्ष्य तय किया। इस लक्ष्य को हासिल करने के लिए रोड सेफ्टी एक्शन प्लान तैयार करने और जिलेवार ठोस उपाय अपनाने के निर्देश दिए गए।
दुर्घटनाओं और यातायात नियमों के उल्लंघन पर सख्त निर्देश
परिवहन विभाग को दुर्घटनाओं पर सख्ती से रोक लगाने के आदेश दिए गए हैं। ट्रैफिक नियमों का उल्लंघन करने वालों के लिए लाइसेंस निलंबन, बीमा राशि में वृद्धि, पंजीकरण रद्द करने जैसे चार चरणों में कार्रवाई की जाएगी।
ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में गश्त बढ़ाना
रात्रिकालीन गश्त को शहरी और ग्रामीण दोनों इलाकों में बढ़ाने का निर्देश दिया गया है। सरकारी और सार्वजनिक स्थानों पर लगे सीसीटीवी की फुटेज सबसे पहले गृह विभाग को उपलब्ध कराने का आदेश भी दिया है।
मुख्यमंत्री ने 5 से 10 जनवरी तक सड़क सुरक्षा और यातायात नियमों को लेकर जागरूकता अभियान चलाने के निर्देश दिए। इसके बाद नियमों का उल्लंघन करने वालों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। यह कदम महिलाओं को ट्रैफिक पुलिस में नई भूमिका और राज्य की सड़कों पर सुरक्षा के स्तर को बढ़ाने के लिए महत्वपूर्ण साबित होगा।