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Mahashivratri: काशी में उमड़ा आस्था का सैलाब, 25 लाख श्रद्धालुओं के पहुंचने की संभावना

Huge increase in the number of Baba's devotees, income increased 4 times in 7 years

महाशिवरात्रि महोत्सव को भव्य बनाने के लिए वाराणसी में लाखों श्रद्धालु उमड़ रहे हैं। वीकेंड पर 10 लाख से अधिक श्रद्धालु काशी पहुंचे, और अगले 48 घंटों में 20-25 लाख अतिरिक्त श्रद्धालुओं के आने की संभावना जताई जा रही है। इस विशाल भीड़ को देखते हुए मंदिर प्रशासन और जिला प्रशासन ने विशेष तैयारियां की हैं।

मंदिर में लंबी कतारें, घंटों का इंतजार

सोमवार सुबह 2:45 बजे काशी विश्वनाथ मंदिर के कपाट खोले गए और विधि-विधान से बाबा का अभिषेक किया गया। इसके बाद श्रद्धालुओं के दर्शन शुरू हुए। सुबह से ही मंदिर के सभी रूटों पर 3 किलोमीटर से अधिक लंबी लाइन लगी रही, और दर्शन के लिए भक्तों को 6-6 घंटे तक इंतजार करना पड़ा। गोदौलिया और चौक चौराहे से लेकर दशाश्वमेध घाट तक भक्तों की भीड़ उमड़ पड़ी। प्रशासन द्वारा श्रद्धालुओं को दर्शन के लिए मात्र 1-2 सेकंड का समय दिया जा रहा है, ताकि अधिक से अधिक लोग बाबा के दर्शन कर सकें।

यात्रा और ट्रैफिक व्यवस्था

महाशिवरात्रि के पहले सोमवार को भारी संख्या में श्रद्धालु बस, ट्रेन, विमान और निजी वाहनों से काशी पहुंचे। रेलवे स्टेशन, बस स्टैंड और एयरपोर्ट पर यात्रियों की भारी भीड़ देखी गई। शहर के प्रमुख मार्गों पर जाम की स्थिति बनी रही, जिसके कारण प्रशासन ने कई स्थानों को नो-व्हीकल जोन घोषित किया।

होटल और पार्किंग फुल, वाहनों की सीमित एंट्री

वाराणसी के सभी प्रमुख होटल और पार्किंग स्थल श्रद्धालुओं से भरे हुए हैं। शहर के बाहरी हिस्सों में वाहनों को रोककर श्रद्धालुओं को ऑटो, ई-रिक्शा और ई-बसों से मंदिर तक पहुंचाया जा रहा है। शहर में यातायात नियंत्रण के लिए जगह-जगह बैरिकेडिंग लगाई गई है और ड्रोन से भीड़ की निगरानी की जा रही है।

रेलवे स्टेशन पर विशेष प्रबंध

कैंट रेलवे स्टेशन पर अगले 48 घंटे के लिए सख्ती बढ़ा दी गई है। सुरक्षा के लिए CRPF, SSB, PAC, GRP और स्थानीय पुलिस के जवानों को तैनात किया गया है। स्टेशन के प्रवेश मार्गों को नियंत्रित करते हुए इसे नो-व्हीकल जोन घोषित किया गया है। यात्रियों की सुविधा के लिए जनरल टिकट वितरण में भी विशेष व्यवस्था की गई है।

अतिरिक्त बस सेवा और परिवहन व्यवस्था

श्रद्धालुओं की सुविधा को देखते हुए कैथी के मार्कंडेय महादेव मंदिर और रोहनिया के शूलटंकेश्वर मंदिर के लिए अतिरिक्त ई-बस सेवाएं शुरू की गई हैं। हालांकि, श्री काशी विश्वनाथ और काल भैरव रूट पर ई-बसों के संचालन पर रोक लगाई गई है।

महाशिवरात्रि के अवसर पर काशी में अद्वितीय आस्था का संगम देखने को मिल रहा है। प्रशासन द्वारा श्रद्धालुओं की सुविधा और सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए व्यापक इंतजाम किए गए हैं। भक्तों की भीड़ और आस्था का यह उत्साह काशी की धार्मिक महत्ता को और अधिक गौरवान्वित कर रहा है।

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