योगी सरकार जीरो टॉलरेंस की नीति के तहत गैंगस्टर और माफिया पर शिकंजा कस रही है। सरकार की ओर से साफ कर दिया गया है गैंगस्टर और माफिया कोई भी हो सख्त कार्रवाई की जाएगी। इसी कड़ी में सोमवार को सहारनपुर में एक लाख रुपए के इनामी खनन माफिया और पूर्व एमएलसी हाजी इकबाल उर्फ बाला के खिलाफ बड़ी कार्रवाई हुई है।
पुलिस-प्रशासन ने हाजी इकबाल की 506 करोड़ रुपए की संपत्ति में से 301 करोड़ की सहारनपुर, लखनऊ और नोएडा में संपत्ति कुर्क की है। इसके लिए बाकायदे पुलिस-प्रशासन की टीमों ने ढोल भी बजवाए और मुनादी कराई। रविवार को सहारनपुर में भी पुलिस-प्रशासन की टीमों ने 203 करोड़ रुपए की संपत्ति सीज की है।
आपको बता दें कि वरिष्ठ पुलिस अधिक्षक डॉ विपिन टाडा ने बताया कि नोएडा की कोतवाली इकोटेक-3 क्षेत्र के सेक्टर पांच में नोलेक पार्क के पास हाजी इकबाल की एक कोठी और कई प्लाट हैं, जिनको सहारनपुर से गई पुलिस-प्रशासन की टीमों ने कुर्क कर सरकारी बोर्ड लगाए। इनकी कीमत 290 करोड़ रुपये है। इसी तरह लखनऊ के गोमतीनगर में 11 करोड़ की कीमत के एक मकान को टीमों ने कुर्क किया।
जानकारी सामने आई है कि दो दिन में पुलिस-प्रशासन की टीमें सहारनपुर, नोएडा और लखनऊ में हाजी इकबाल की 502 करोड़ की संपत्ति कुर्क कर चुकी हैं। हाजी इकबाल के खिलाफ गैंगस्टर एक्ट के तहत ये कार्रवाई की गई है।
एसएसपी ताडा ने बताया कि हाजी इकबाल की अवैध संपत्ति कुर्क की जा रही है। लखनऊ और नोएडा में 301 करोड़ की संपत्ति कुर्क की गई है। आगे भी कार्रवाई की जारी रही।
ऐसी है इकबाल की क्राइम कुंडली
हाजी इकबाल के क्राइम कुंडली पर नजर डालें तो उसपर अवैध खनन, लोगों की संपत्ति कब्जाने, दुष्कर्म, डकैती, मारपीट, जानलेवा हमला, बंधक बनाने सहित 45 मामले दर्ज हैं। जिसमें कई मामलों में इकबाल का बेटा अब्दुल वाजिद, जावेद, मोहम्मद अफजाल, अलीशान और उसके भाई पूर्व एमएलसी मोहम्मद अली भी नामजद हैं। उसके चारों बेटे और भाई जेल बंद है जबकि फरार चल रहा है। इकबाल की गिरफ्तारी के लिए पुलिस की टीमें लगातार दबिश दे रही हैं। हाजी इकबाल पश्चिम यूपी का मोस्ट वांटेड क्रिमिनल है, जोकि पुलिस को चुनौती दिए हुए हैं।