उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद (UP Board) की हाईस्कूल और इंटरमीडिएट परीक्षाएं शुरू हो गई हैं। इस वर्ष परीक्षा में कुल 54,37,233 छात्र-छात्राएं पंजीकृत हुए हैं। इनमें हाईस्कूल के 27,32,216 परीक्षार्थी और इंटरमीडिएट के 27,05,017 परीक्षार्थी शामिल हैं।
हाईस्कूल और इंटरमीडिएट में छात्रों की संख्या
हाईस्कूल में कुल 14,49,736 छात्र और 12,82,458 छात्राएं परीक्षा दे रही हैं। वहीं, इंटरमीडिएट में 14,58,983 छात्र और 12,46,024 छात्राएं शामिल हैं। इस बार परीक्षा में हाईस्कूल के 22 और इंटरमीडिएट के 10 ट्रांसजेंडर परीक्षार्थी भी भाग ले रहे हैं।
8140 केंद्रों पर कड़ी निगरानी, पहली बार स्वास्थ्य सुविधाएं
प्रदेशभर में परीक्षा के लिए 8140 केंद्रों को चिह्नित किया गया है, जहां STF (स्पेशल टास्क फोर्स) और LIU (लोकल इंटेलिजेंस यूनिट) की निगरानी में परीक्षाएं हो रही हैं। पहली बार परीक्षा केंद्रों पर प्राथमिक उपचार और मनोचिकित्सकों की सुविधा भी उपलब्ध कराई गई है, ताकि छात्रों को मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य से जुड़ी कोई परेशानी न हो।
नकलविहीन परीक्षा के लिए सख्त इंतजाम
सरकार ने इस बार परीक्षा को नकलविहीन बनाने के लिए सख्त व्यवस्था की है। 17 जिलों के संवेदनशील परीक्षा केंद्रों पर विशेष निगरानी रखी जा रही है। वहीं, प्रयागराज जिले में परीक्षा के पहले दिन की परीक्षा स्थगित कर दी गई है, जिसे अब 9 मार्च को आयोजित किया जाएगा।
परीक्षा शेड्यूल और नियम
- पहली शिफ्ट की परीक्षा सुबह 8:30 बजे से 11:45 बजे तक होगी।
- दूसरी शिफ्ट की परीक्षा दोपहर 2 बजे से शाम 5:15 बजे तक होगी।
- परीक्षाएं UP सार्वजनिक परीक्षा अधिनियम-2024 के तहत कराई जा रही हैं, जिससे परीक्षा की शुचिता सुनिश्चित की जा सके।
यूपी बोर्ड परीक्षाओं को सुचारू रूप से संपन्न कराने के लिए प्रशासन पूरी तरह से मुस्तैद है। सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत करते हुए पहली बार छात्रों के मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य का भी ध्यान रखा गया है। परीक्षा का उद्देश्य नकलमुक्त वातावरण में छात्रों को निष्पक्ष अवसर प्रदान करना है, जिससे वे अपने भविष्य का निर्माण कर सकें।