आगरा के सरोजिनी नायडू मेडिकल कॉलेज में परिवर्तित होते मौसम के चलते मरीजों की संख्या में वृद्धि देखने को मिल रही है जिसमें सबसे ज्यादा स्किन से जुड़े मरीजों की संख्या है। जिससे सोराइसिस (त्वचा में होने वाला रोग) के मरीजों की परेशानी बहुत ज्यादा बढ़ चुकी है। जहाँ सामान्य दिनों में मरीजों की संख्या करीब 300 के करीब होती थी, वहीं इस मौसम में इस रोग से संबंधित मरीजों की संख्या में 20 फीसद से ज्यादा की वृद्धि देखने को मिल रहा है।
बता दें कि बीते 15 दिनों में इस संख्या में एलर्जी के मरीजों की संख्या बहुत बढ़ गई है जिनमें सबसे ज्यादा मरीज 12 साल से 45 साल के बीच के हैं। इस संदर्भ में डिपार्टमेंट के एचओडी डॉ. यतेंद्र चाहर बताते हैं कि ओपीडी में आने वाले मरीजों की संख्या में करीब 40 फीसद मरीज सर्दी से परेशान हैं। इसके सबसे बड़ा कारण की बात करें तो लोग ठंड में गर्म पानी से नहाना पसंद करते हैं जिससे त्वचा से नमी कम हो जाती है तो वहीं लोग पानी भी कम पीना पसंद करते हैं । जिसके चलते त्वचा में लाल-सफेत चकत्ते पड़ने लगते हैं और खुजली होने लगती है। ऐसे में परेशानी और बढ़ने से उनके त्वचा पर पपड़ी भी पड़ जाती है।
सोराइसिस मरीजों की संख्या में बढ़ोतरी
इस मौसम में त्वचा ड्राई हो जाती है। इससे सोराइसिस की दिक्कत बढ़ जाती है। यह इम्यूनिटी से जुड़ी समस्या है। इस समय लोगों की इम्यूनिटी भी कमजोर हो जाती है। लोग पानी कम पीते हैं, जिससे डीहाइड्रेशन होता है। सोराइसिस ड्राई स्किन में ज्यादा इफेक्टिव होती है। इसके लिए लोगों को सलाह दी जा रही है कि वे लगातार पानी पीते रहें। शरीर पर मॉश्चराइजर या नारियल तेल लगाएं। ज्यादा गर्म पानी से ना नहाएं, इससे भी स्किन ड्राई होती है।
फिलहाल इस मौसम में ऐसी समस्याओं को होना बहुत आम है। क्योंकि इस समय हमारे शरीर का इम्यूनिटी सिस्टम मौसम के साथ ढलने का कार्य करता रहता है परंतु मौसम के अप-डाउन होने के कारण इम्यूनिटी सिस्टम अपने कार्य को करने में पूरी तरह सक्षम नहीं हो पाता है जिससे ऐसी बिमारियां हमारे स्वास्थ्य को नुकसान पहुँचा देती हैं। वहीं इस मौसम में लोग कम पानी पीते हैं जिसके कारण भी शरीर में बिमारियों के होना का खतरा रहता है। ऐसे में डॉक्टर लोगों को यह सलाह देते रहते हैं कि शरीर पर मॉश्चराइजर या नारियल का तेल लगाएं। ऐसे में नहाने के लिए ज्यादा गर्म पानी का उपयोग न करें क्योंकि इससे स्किन ड्राई होने लगता है।
ध्यान रखें कि यदि आपके शरीर पर लाल दाने पड़ रहे हैं तो आप बिना समय गवाएं संबंधित डॉक्टर के पास जाएं और उससे अपना उपचार करवाएं। किसी ऐसे डॉक्टर के पास न जाएं जो झोला-छाप वाला काम करता हो और उसके पास कोई संबंधित डिग्री भी न हो।