रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने आगरा में आयोजित उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षक संघ के 57वें राज्य सम्मेलन में शिक्षकों के साथ राष्ट्र निर्माण के लिए विद्यार्थियों को तैयार करने का संकल्प लिया। उन्होंने कहा कि भारत दुनिया की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्थाओं में 11वें से 5वें स्थान पर आ चुका है और जल्द ही टॉप 3 देशों में शामिल होगा।
सम्मेलन में दिए गए प्रमुख बयान
भारत को अब अंतरराष्ट्रीय मंच पर गंभीरता से लिया जा रहा है।
अमेरिकी वक्ता ने कहा, “यदि भविष्य को समझना है, तो भारत आओ।”
राजनाथ सिंह ने दावा किया कि 2-3 साल में भारत दुनिया की टॉप 3 अर्थव्यवस्थाओं में शामिल हो जाएगा।
शिक्षकों के साथ राष्ट्र निर्माण का संकल्प
राजनाथ सिंह ने कहा कि शिक्षकों की भूमिका देश की प्रगति में महत्वपूर्ण है। उन्होंने कहा, “शिक्षक वह शिल्पकार है जो आने वाली पीढ़ियों का निर्माण करता है। गुरु को कुम्हार और शिष्य को कुम्भ कहा गया है।” उन्होंने शिक्षकों को प्रेरित करते हुए कहा कि उनका कार्य केवल सूचना देना नहीं, बल्कि बच्चों को शिक्षित और विवेकशील बनाना है।
पुरानी यादें और शिक्षक संघ की भूमिका
राजनाथ सिंह ने अपने शिक्षण और मुख्यमंत्री के कार्यकाल को याद किया। उन्होंने कहा कि जब वे शिक्षा मंत्री थे, तब शिक्षकों की मांगों को छह महीने में पूरा किया गया।
शिक्षक संघ के प्रति अपने अनुभव साझा करते हुए उन्होंने स्वर्गीय ओम प्रकाश शर्मा के समर्पण को भी याद किया।
शिक्षा और संस्कृति के संतुलन पर जोर
राजनाथ सिंह ने कहा कि शिक्षा का उद्देश्य केवल ज्ञान और विज्ञान में पारंगत होना नहीं, बल्कि सांस्कृतिक विरासत से जुड़े रहना भी है। उन्होंने शिक्षकों से अपील की कि वे बच्चों के व्यक्तित्व का समग्र विकास करें, जिसमें तन, मन, बुद्धि और आत्मा का संतुलन हो।
नकल विरोधी कानून और शिक्षक मांगों पर सरकार की भूमिका
रक्षा मंत्री ने कहा कि नकल विरोधी कानून लाने के दौरान चुनौतियां थीं, लेकिन सख्त कदम उठाने की जरूरत थी। उन्होंने शिक्षकों की जायज मांगों को लेकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से बात करने का आश्वासन दिया।
भारत की प्रगति पर आत्मविश्वास
राजनाथ सिंह ने कहा कि देश तेजी से आगे बढ़ रहा है। आज दुनिया भारत को एक बड़ी शक्ति के रूप में देख रही है। उन्होंने शिक्षकों को जिम्मेदारी निभाने की प्रेरणा देते हुए कहा,
“आप किसी बच्चे का भविष्य बनाते हैं, तो राष्ट्र का भविष्य बनाते हैं।”
कार्यक्रम में केंद्रीय पंचायत राज राज्य मंत्री प्रो. एसपी सिंह बघेल, शिक्षक संघ प्रदेश अध्यक्ष सुरेश कुमार त्रिपाठी, और कार्यक्रम संयोजक मुकेश शर्मा समेत कई गणमान्य लोग उपस्थित रहे।
रक्षा मंत्री का यह संबोधन शिक्षकों के महत्व को रेखांकित करता है और भारत की प्रगति की दिशा में उनके आत्मविश्वास को दर्शाता है। उनका विश्वास है कि भारत न केवल आर्थिक, बल्कि सांस्कृतिक और शैक्षिक क्षेत्रों में भी अग्रणी बनेगा।