Loksabha Election 2024: मुरादाबाद संसदीय सीट से सपा ने सांसद रहे डॉ एसटी हसन का टिकट काटकर रुचि वीरा को मैदान में उतार दिया, जिसको लेकर हसन के समर्थक काफी नराज हुए। उनके इस नराजगी पर सपा के सुप्रीमों अखिलेश यादव ने बड़ी बात कही, उन्होंने कहा कि पार्टी में जो हुआ है उसे भूलकर पार्टी को कल होने वाले चुनाव में विजयी बनाने का प्रयास करें।
समर्थकों में खासी नाराजगी
मुरादाबाद संसदीय सीट पर कल पहले चरण का चुनाव है। ऐसे में समाजवादी पार्टी ने जिस तरह सांसद डॉ एसटी हसन का टिकट काटकर रुचि वीरा को टिकट दिया जबकि वो अपना नामांकन पत्र तक मुरादाबाद से दाखिल कर चुके थे।उस बात को लेकर एसटी हसन के समर्थनों में पार्टी को लेकर अभी-भी खासी नाराजगी है। ऐसे में जब अखिलेश यादव के पास ये बात पहुंची तो उन्होंने सपा प्रत्याशी के लिए संबोधन दौरान नाराज समर्थकों को मनाने के लिए बड़ा एलान कर दिया।
सपा अध्यक्ष को हुआ गलती का एहसास
सपा अध्यक्ष ने अपनी सफाई में कहा कि “एसटी हसन साहब को हम टिकट नहीं दे पाए..हम तो चाहते थे कि वो बगल की लोकसभा सीट से चुनाव मैदान में उतरें..लेकिन किसी कारण से उन्होंने मना कर दिया और कहा कि वे चुनाव नहीं लड़ेंगे। मैं उनके साथ-साथ उनके साथी और सहयोगियों को भी भरोसा दिलाता हूं, कि आगे जब कभी भी हमें मौका मिलेगा तो डॉ एसटी हसन साहब को भी हम पूरा सम्मान देने का काम करेंगे और उनको आगे बढ़ाने का काम करेंगे।”
अखिलेश यादव ने आगे कहा, “मुझे उम्मीद है कि आज के बाद उनके साथी और सहयोगी एक साथ मिलकर सपा और गठबंधन को जिताने का काम करेंगे।” इससे पहले डॉ एसटी हसन खुलकर कह चुके हैं कि वो सपा प्रत्याशी रुचि वीरा के समर्थन में चुनाव प्रचार नहीं करने वाले हैं। उन्होंने कहा कि अगर मैं ऐसा करूँगा तो मेरे समर्थक नाराज हो जाएंगे और यदि अगर अखिलेश जी मेरे पास आते और मुझे ले जाते और मैं रुचि वीरा के नाम का एलान करता तो मेरे समर्थक नाराज नहीं होते।
उल्लेखनीय है कि सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने सबसे पहले एसटी हसन को ही मुरादाबाद सीट से टिकट दिया था, जिसके बाद उन्होंने अपना नामांकन पत्र भी यहां से दाखिल कर दिया था लेकिन बाद में आजम खान की करीबी रही रुचि वीरा के नाम का एलान पार्टी ने कर दिया और हसन का नाम काट दिया। वहीं ऐसी भी बातें हुई कि अखिलेश यादव के इस फैसले के पीछे आज़म खान बड़ी वजह के रूप में हैं।