शीतकालीन सत्र टालने पर अखिलेश यादव नाराज, ट्वीट कर दिया बड़ा बयान
संसद का शीतकालीन सत्र टालने को लेकर विपक्ष बीजेपी सरकार पर लगातार हमलावर है और सत्र बुलाकर देश के मुद्दों पर चर्चा की मांग कर रहा है। इस बीच समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने ट्वीट किया, भाजपा सरकार कोरोना का बहाना करके लोकसभा का शीतकालीन सत्र टालकर किसानों और विपक्ष का सामना करने से बच रही है।
भाजपा सरकार कोरोना का बहाना करके लोकसभा का शीतकालीन सत्र टालकर किसानों और विपक्ष का सामना करने से बच रही है. लोकसभा व विधान सभा का सत्र बुलाकर देश में किसान बिल, निजीकरण, बेरोज़गारी, महँगाई तथा उप्र में क़ानून-व्यवस्था, महिला सुरक्षा व विकास के रूके हुए कामों पर तुरंत चर्चा हो. pic.twitter.com/Yyx3uN2YBR
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) December 17, 2020
लोकसभा व विधान सभा का सत्र बुलाकर देश में किसान बिल, निजीकरण, बेरोजगारी, महंगाई और उप्र में कानून-व्यवस्था, महिला सुरक्षा व विकास के रूके हुए कामों पर तुरंत चर्चा हो।
सरकार ने ऐलान किया है कि कोविड-19 के कारण इस बार संसद के शीतकालीन सत्र का आयोजन नहीं किया जाएगा। संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी ने कहा है कि सभी पक्ष सत्र को रोकने पर सहमत हैं। कोरोना वायरस के संक्रमण से बचने के लिए शीतकालीन सत्र के पक्ष में कोई नहीं था।
ऐसे में जनवरी में सीधे बजट सत्र बुलाया जाएगा। बता दें, कांग्रेस की ओर से किसानों के मुद्दों पर चर्चा करने के लिए सत्र की मांग की गई थी। इसके अलावा विपक्ष के कई अन्य दल भी कृषि बिल और किसानों के मुद्दों को लेकर सत्र की मांग कर रहे हैं।
केंद्र सरकार की ओर से लाए गए नए कृषि कानूनों के विरोध में कई किसान संगठन पिछले 22 दिनों से दिल्ली बॉर्डर पर डटे हुए हैं। किसानों की मांग है कि केंद्र सरकार इन नए कृषि कानूनों को वापस ले।
वहीं, दूसरी तरफ केंद्र सरकार का कहना है कि ये कानून किसानों के हित में हैं। उधर, किसानों के समर्थम में उतरे विपक्षी दल भी लगातार इस कानून को वापस लेने का दबाव बना रहे हैं। विपक्षी दलों ने केंद्र सरकार को किसान विरोधी करार दिया है।