आंबेडकर जयंती के अवसर पर समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने हजरतगंज चौराहे पर स्थित डॉ. भीमराव आंबेडकर की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की। इस दौरान उन्होंने संविधान की अहमियत पर जोर देते हुए कहा कि संविधान ही समाज के कमजोर वर्गों का सच्चा रक्षक है।
पत्रकारों से बातचीत में अखिलेश यादव ने कहा कि बाबा साहब ने जीवनभर भेदभाव का सामना किया, लेकिन उन्होंने कभी हार नहीं मानी और समाज के लिए एक मजबूत संविधान का निर्माण किया।
“संविधान हमारी जीवन-रेखा है” – अखिलेश यादव
सपा प्रमुख ने कहा, “संविधान हमारी जीवन की संजीवनी है। आज भी समाज का एक वर्ग आंबेडकर के विचारों को स्वीकार नहीं कर पाया है। यही वजह है कि कई बार उनकी प्रतिमाएं तोड़ी जाती हैं, जो यह दर्शाता है कि कुछ शक्तियां संविधान को कमजोर करने का षड्यंत्र रच रही हैं।”
राजनीतिक साजिशों का इशारा
अखिलेश यादव ने आरोप लगाया कि यह घटनाएं केवल आकस्मिक नहीं हैं, बल्कि एक सुनियोजित राजनीतिक साजिश का हिस्सा हैं, जो बाबा साहब की विचारधारा और संविधान को निशाना बना रही हैं। उन्होंने कहा कि समाज को जोड़ने वाला संविधान आज कई दिशाओं से हमलों का सामना कर रहा है।