प्रयागराज में यूपीपीएससी अभ्यार्थियों का विरोध प्रदर्शन आज चौथे दिन भी जारी रहा, जिसमें आंदोलन और ज़्यादा उग्र हो गया। छात्रों ने आरोप लगाया कि कुछ सादे वर्दी में आए लोगों ने उन्हें आंदोलन स्थल से हटाने का प्रयास किया। इससे नाराज होकर छात्रों ने बैरिकेडिंग तोड़ दी और लोक सेवा आयोग के गेट तक पहुंच गए, जहाँ पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच झड़प देखने को मिली।
समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने इस आंदोलन पर प्रतिक्रिया देते हुए योगी सरकार की आलोचना की। उन्होंने कहा कि अगर सरकार युवा आंदोलन को ताकत से दबाने की कोशिश कर रही है, तो यह उसकी बड़ी भूल साबित होगी। उन्होंने ‘एक्स’ पर लिखा कि भाजपा की अहंकार से भरी सरकार अगर यह सोचती है कि वह आंदोलनकारियों को हटाकर लोकतांत्रिक आंदोलन को खत्म कर देगी, तो इसे ‘महा-भूल’ समझना चाहिए।
अखिलेश यादव ने आगे कहा कि आंदोलन तन से नहीं मन से लड़े जाते हैं और अभी तक ऐसी कोई ताकत बनी नहीं है जो मन को हिरासत में ले सके। उन्होंने प्रदर्शनकारियों का समर्थन करते हुए ‘जुड़ेंगे तो जीतेंगे!’ का नारा भी दिया।
सपा प्रमुख अखिलेश यादव लगातार भाजपा पर निशाना साध रहे हैं। उन्होंने भाजपा सरकार को नौकरी विरोधी बताते हुए कहा कि प्रदेश की सरकार आखिरकार आंदोलनकारी युवाओं के सामने झुकेगी और अपनी असफलताओं का ठीकरा यूपी लोक सेवा आयोग के अधिकारियों पर फोड़ेगी।
उन्होंने यह भी कहा कि देश-प्रदेश चलाने के लिए जो युवा आईएएस/पीसीएस या अन्य प्रतियोगी परीक्षाओं में भाग लेते हैं, वे सरकार की नीतियों को भलीभांति समझते हैं। अखिलेश ने आरोप लगाया कि भाजपा का ‘नौकरी विरोधी’ चेहरा अब युवा अभ्यार्थियों के सामने उजागर हो चुका है, और यह भी कि भाजपा को युवाओं के भविष्य से खिलवाड़ नहीं करना चाहिए।
यूपीपीएससी अभ्यार्थियों का यह आंदोलन लगातार तीव्र हो रहा है। छात्रों ने आरोप लगाया कि उन्हें आंदोलन से हटाने की कोशिश की गई, लेकिन उन्होंने इसका पुरजोर विरोध किया। प्रदर्शनकारियों की उग्रता के चलते पुलिस की बैरिकेडिंग भी तोड़ दी गई और वे लोक सेवा आयोग के गेट तक पहुँच गए। पुलिस इस स्थिति में बेबस नजर आई।