आगरा नगर निगम ने बारिश के मौसम में जलभराव की समस्या से निपटने के लिए शहर में स्थित सभी 410 नालों की सफाई का विशेष अभियान शुरू किया है। इस अभियान का लक्ष्य है कि 30 जून तक सभी नालों की तलीझाड़ सफाई पूरी कर ली जाए। अभी तक 25 नालों की सफाई की जा चुकी है, जबकि 75 नालों पर सफाई कार्य प्रगति पर है।
नगर आयुक्त ने दिए निर्देश, प्रतिदिन होगी समीक्षा
नगर आयुक्त अंकित खंडेलवाल ने सभी अधिकारियों को निर्देशित किया है कि वे नाला सफाई का प्रतिदिन निरीक्षण करें और कार्य में किसी प्रकार की लापरवाही न हो। यदि किसी भी क्षेत्र में काम अधूरा या अनियमित पाया गया तो क्षेत्रीय एसएफआई और सफाई नायक को सीधे जिम्मेदार ठहराया जाएगा।
शहर में कुल 410 नाले हैं, जिनमें से 18 बड़े, 251 मझोले और 141 छोटे नाले हैं। इनकी सफाई का कार्य तेजी से किया जा रहा है। नगर स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. संजीव वर्मा खुद सफाई कार्य की नियमित मॉनिटरिंग कर रहे हैं।
जलभराव वाले प्रमुख क्षेत्र
हर वर्ष बरसात के दौरान शंकरगढ़ की पुलिया, अलबतिया रोड, चर्च रोड, तोता का ताल, मारुति एस्टेट, पृथ्वीनाथ फाटक, शहीद नगर, शमशाबाद रोड और देवरी रोड जैसे इलाकों में जलभराव की गंभीर समस्या रहती है। नगर निगम इन क्षेत्रों को प्राथमिकता देते हुए सफाई कार्य में जुटा हुआ है।
लापरवाही पर कार्रवाई: चेन मशीन चालक पर वेतन कटौती की संस्तुति
सहायक नगर आयुक्त अशोक प्रिय गौतम ने हाल ही में सफाई कार्य का निरीक्षण किया, जहां चेन मशीन कार्यस्थल पर खड़ी थी और उसका चालक प्रमोद बिना सूचना के अनुपस्थित पाया गया। इस लापरवाही के चलते सफाई कार्य रुक गया। इस पर सहायक नगर आयुक्त ने चालक को हटाकर उसके दो दिन का वेतन काटने की संस्तुति की है। साथ ही, सफाई नायक विकासदीप और क्षेत्रीय एसएफआई नुपूर को चेतावनी दी गई है।