इटावाः जनपद के सीएमओ ऑफिस में तैनात एक वरिष्ठ लिपिक पर आउट सोर्सिंग कर्मचारियों से वेतन के नाम पर रिश्वत मांगने का आरोप लगा है। आरोप है कि टीबी हॉस्पिटल में कार्यरत तीन आउटसोर्स कर्मचारियों को पिछले 1 वर्ष से वेतन नहीं दिया जा रहा है। जिसके चलते कर्मचारी भुखमरी के कगार पर पहुंच गए हैं। पीड़ित कर्मचारियों ने बताया कि जब इटावा के टीबी हॉस्पिटल के आउटसोर्सिंग कमर्चारियों ने अपने वेतन की मांग की तो इस पर सीएमओ आफिस के वरिष्ठ लिपिक शेखर ने तीनों आउटसोर्सिंग कर्मचारियों से 25-25 हजार रुपए रिश्वत की मांग की। जिस पर आउट सोर्सिंग कर्मचारियों ने 25 हजार की रिश्वत देने में असमर्थता जताई।
(आउटसोर्सिंग कर्मचारी)
जिसके बाद उन्हें अभी तक 1 साल का वेतन नहीं मिला है। बिना वेतन के एक साल से काम कर रहे कर्मचारियों ने अपने वेतन की मांग को लेकर आला अधिकारियों से शिकायत की, लेकिन उनका वेतन नहीं मिला। इसके बाद जब पीड़ित कर्मचारियों ने इस बात की शिकायत उच्चाधिकारियों से की तो आरोपी वरिष्ठ लिपिक ने उनकी मूल प्रतियां गायब करने की धमकी दी।
(सीएमओ इटावा)
इस मामले में जब इटावा के सीएमओ से सवाल पूछा गया तो उन्होंने गोलमोल जवाब दिया। सीएमओ ने कहा कि इस मामले की जांच कराई जा रही है कि वेतन मांगने वाले हमारे कर्मचारी हैं या नहीं। वहीं रिश्वत की मांग वाले प्रकरण की भी जांच कराई जाएगी।
इटावा से संवादाता सनत तिवारी की रिपोर्ट