मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में 2025 में आयोजित होने जा रहे महाकुंभ मेले को और भी दिव्य, भव्य और आधुनिक बनाने के लिए राज्य सरकार ने कई नवाचारों की योजना बनाई है। इसमें से एक प्रमुख और अनोखा प्रकल्प है, डोम सिटी। यह डोम सिटी महाकुंभ नगर के अरैल क्षेत्र में तैयार हो रही है, जिसे 51 करोड़ रुपये की लागत से विकसित किया जा रहा है।
इस डोम सिटी में पर्यटक और श्रद्धालु महाकुंभ का अद्भुत नजारा 360 डिग्री से देख सकेंगे और यहां उन्हें एक नई तरह का अनुभव मिलेगा, जो कभी न पहले देखा गया और न ही कभी अनुभव किया गया।
आधुनिकता और आस्था का संगम
महाकुंभ के इस अनोखे आयोजन में आस्था और अध्यात्म के साथ-साथ आधुनिकता का भी समावेश किया जा रहा है। महाकुंभ मेले में लाखों श्रद्धालु और पर्यटक हर साल संगम में डुबकी लगाने आते हैं और इस बार वे डोम सिटी में रहकर महाकुंभ का दृश्य देख सकेंगे।
इसे पर्यावरण और पर्यटन विभाग द्वारा एक निजी कंपनी ईवो लाइफ स्पेस प्राइवेट लिमिटेड के सहयोग से तैयार किया जा रहा है। इस डोम सिटी का डिजाइन और संरचना पूरी तरह से भविष्यवादी है और यह महाकुंभ में आधुनिकता की एक नई मिसाल प्रस्तुत करेगा।
डोम सिटी का अद्वितीय अनुभव
डोम सिटी को इस तरह से तैयार किया गया है कि यहां रहने वाले पर्यटक और श्रद्धालु महाकुंभ के भव्य दृश्य को 360 डिग्री से देख सकते हैं। यह एक विशेष अनुभव होगा, जैसा कि हिल स्टेशन पर रहने के दौरान आपको शानदार दृश्य देखने का मिलता है।
डोम सिटी में 44 डोम बनाए जा रहे हैं, जिनकी ऊंचाई 15 से 18 फीट के बीच होगी। इन डोम की दीवारें पॉलीकार्बन शीट से बनाई जा रही हैं, जो पूरी तरह से बुलेट प्रूफ और फायर प्रूफ होंगी। यह डोम पूरी तरह से सुरक्षित हैं, और इनकी संरचना पर्यटकों को उच्चतम स्तर की सुरक्षा और आराम प्रदान करने के लिए बनाई गई है। इन डोम से कुम्भ के स्नान पर्वों, धार्मिक अनुष्ठानों और श्रद्धालुओं की आस्था का अनोखा दृश्य देखा जा सकता है।
मिलेगा हिल स्टेशन जैसा अनुभव
डोम सिटी में पर्यटकों को ऐसा महसूस होगा जैसे वे किसी हिल स्टेशन में आ गए हैं। यहां ठहरने के लिए 176 लग्जरी कॉटेज भी बनाए जा रहे हैं, जिनमें सभी अत्याधुनिक सुविधाएं मौजूद होंगी। इन कॉटेज में एसी, गीजर और सात्विक भोजन की व्यवस्था होगी। श्रद्धालुओं और पर्यटकों के लिए यह एक शाही अनुभव होगा।
डोम और कॉटेज की बुकिंग ऑनलाइन शुरू हो चुकी है और यहां ठहरने का शुल्क स्नान पर्व के दिनों में 1 लाख 10 हजार रुपये और सामान्य दिनों में 81 हजार रुपये रहेगा। कॉटेज का किराया स्नान पर्व के दिन 81 हजार रुपये और सामान्य दिनों में 41 हजार रुपये होगा।
धार्मिक एवं सांस्कृतिक आयोजन
डोम सिटी का वातावरण पूरी तरह से आध्यात्मिक और सांस्कृतिक रूप से समृद्ध होगा। यहां धार्मिक एवं सांस्कृतिक आयोजनों की भी व्यवस्था की जाएगी, ताकि पर्यटकों और श्रद्धालुओं को एक संपूर्ण अनुभव प्राप्त हो सके। इसे महाकुंभ के आयोजन को अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर मान्यता दिलाने की दिशा में एक बड़ा कदम माना जा रहा है।
सीएम योगी करेंगे निरीक्षण
यह संभावना जताई जा रही है कि 23 दिसंबर को जब उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ महाकुंभ की तैयारियों का निरीक्षण करने के लिए प्रयागराज आएंगे, तो वे डोम सिटी का भी निरीक्षण करेंगे।
डोम सिटी का निर्माण महाकुंभ के शाही अनुभव को और भी शानदार बनाने के लिए किया जा रहा है, जिससे यह निश्चित रूप से दुनिया भर के पर्यटकों को आकर्षित करेगा।
This Post is written by Abhijeet Kumar yadav