महाकुंभ नगर, जिसे मंदिरों और घाटों की नगरी कहा जाता है, में सनातनी आस्था का अनोखा स्वरूप देखने को मिला। त्रिवेणी घाट पर आयोजित गंगा आरती ने भक्ति और आस्था का ऐसा माहौल रचा कि हर कोई उसमें खो गया। इस आरती में बड़ी संख्या में देश-विदेश से आए श्रद्धालुओं और पर्यटकों ने भाग लिया।
त्रिवेणी संगम पर गंगा, यमुना और अदृश्य सरस्वती की आरती का आयोजन हुआ, जिसमें हजारों लोगों ने दीप जलाकर अपनी श्रद्धा प्रकट की। मंत्रोच्चारण, शंखनाद और दीपों की जगमगाहट ने इस पावन स्थल को दिव्यता से भर दिया। यह दृश्य भारतीय संस्कृति और परंपराओं की गहराई को दर्शाने वाला था।
महाकुंभ के इस आयोजन में विदेशी पर्यटकों ने भी बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। सिक्किम और वेस्ट बंगाल से आए पर्यटकों ने न केवल गंगा आरती में भाग लिया, बल्कि संगम में डुबकी लगाकर इस पर्व का हिस्सा बनने पर खुशी जताई। विदेशी मेहमानों ने इस भव्य आयोजन के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को धन्यवाद देते हुए उनकी सराहना की।
त्रिवेणी घाट पर जुटे श्रद्धालु आरती के दौरान भक्ति में पूरी तरह डूबे नजर आए। दीपों की रौशनी और हर-हर महादेव के जयघोष ने माहौल को और भी पवित्र बना दिया। देश-विदेश से आए पर्यटक इस अनुभव को अपने जीवन का अनमोल पल बता रहे हैं।
महाकुंभ नगर में गंगा आरती का यह दृश्य केवल आस्था का प्रतीक नहीं है, बल्कि यह भारत की सांस्कृतिक धरोहर और आध्यात्मिकता की झलक भी प्रस्तुत करता है।