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LS Election 2024: अमित शाह ने अखिलेश यादव को उपचुनाव की दिलाई याद, कहा निर्विरोध होने से शासक तानाशाह नहीं होता

Amit Shah reminded Akhilesh Yadav about the by-election, said that being unopposed does not make a ruler a dictator

Amit Shah reminded Akhilesh Yadav about the by-election, said that being unopposed does not make a ruler a dictator

LS Election 2024: आम चुनाव 2024 का तीसरा चरण 7 मई को होना है और सभी चरण के वोटों की गिनती 4 जून को होनी है लेकिन इस बीच भारतीय जनता पार्टी ने सूरत और इंदौर सीट से निर्विरोध सीट जीत लिया है। जिसे लेकर विपक्ष के नेताओं में बहस छिड़ चुकी है इसी संदर्भ में सपा के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने भी सवाल दाग कर भाजपा पर निशाना साधने का प्रयास किया। वहीं इन तमाम आरोपों को खंडित करते हुए गृह मंत्री अमित शाह ने डिंपल यादव का नाम लेकर सपा को जवाब दिया।

एक राष्ट्रीय हिंदी चैनल से एक्सक्लूसिव बातचीत में गृहमंत्री अमित शाह ने भाजपा के निर्विरोध चुने गए उम्मीदवारों पर जवाब देते हुए कहा कि, “चुनाव नियम से चलेगा या नियम के बिना चलेगा। नियम से चलेगा, तो ये नियम हमने नहीं बनाया है। यह नियम इनकी दादी के पिताजी के जमाने से है और मैं इसे बुरा नहीं मानता, कि हर पार्टी को अपने वफादार प्रत्याशी को ढूढ कर टिकट देना चाहिए जो पार्टी से नाम वापस न ले, अब यहां इनके पास ऐसे लोग ही नहीं जो नाम वापस नहीं लेते और ठीकरा हमारी सरकार पर फोड़ते हैं।”

डिंपल यादव का नाम लेकर अखिलेश को दिया जवाब

गृहमंत्री ने कहा कि, ये कोई पहली बार नहीं हुआ है जहां निर्विरोध उम्मीदवार नहीं चुना गया है, ये पहले भी हो चुका है। उल्लेखनीय है कि 37वीं बार गुजरात के सूरत में प्रत्याशी निर्विरोध चुना गया है। इससे पहले यशवंत राव चौहान कांग्रेस के दिग्गज नेता चुने गए। फारुख अब्दुल्ला भी निर्विरोध चुनकर आए। डिंपल यादव भी चुनकर आईं है तब तो किसी भी नेता ने आवाज नहीं उठाई। मैने सुना है कि तब कई पत्रकार कहते थे बहुत अच्छी प्रक्रिया शुरू हुई है सब सर्वसम्मति से हो रहा है। लेकिन आज वो रोना-धोना करना शुरू कर चुके हैं। एक मुद्दे को लेकर एक ही व्यक्ति के दोहरे मापदंड देश के लिए अच्छा नहीं है।

कांग्रेस को नहीं मिल रहे प्रत्याशी तो इसका ठीकरा हम पर फोड़ रहे हैं

शाह ने कांग्रेस पार्टी पर नकेल साधते हुए कहा, “कांग्रेस पार्टी को प्रत्याशी नहीं मिल रहे, ज़ोर-जबरदस्ती सबको खड़ा कर रही है, अब उसमें से एक दो लोगों ने विड्रो कर लिया तो इसमें हम क्या कर सकते हैं।”

2012 में कन्नौज का मामला

उल्लेखनीय है कि साल 2012 में कन्नौज संसदीय सीट पर हुए उपचुनाव में अखिलेश यादव की पत्नी डिंपल यादव निर्विरोध जीतकर राजनीतिक रण में फतह किया था। इस चुनाव में कांग्रेस और बहुजन समाज पार्टी ने अपना प्रत्याशी ही नहीं उतारा था, जबकि आखिरी वक्त में भाजपा का उम्मीदवार समय रहते नामांकन करने में लेट हो चुका था। वहीं इस आम चुनाव के उपचुनाव में संयुक्त समाजवादी दल के प्रत्याशी दशरथ शंखवार और निर्दलीय प्रत्याशी संजू कटियार ने अपना नामांकन वापस ले लिया था।

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