कानपुर से एक ऐसी घटना सामने आई है, जिसे जानकर हर कोई दंग हो जाएगा। यहां एक नाबालिग छात्र ने स्कूल में दूसरे नाबालिग छात्र पर जानलेवा हमला कर दिया। जिससे उसकी मौत हो गई। इस घटना से सभी दहशत में हैं। माता-पिता अपने बच्चों को स्कूल पढ़ने के लिए भेजते हैं। लेकिन स्कूल से ही ऐसी वारदात सामने आएगी तो सभी में डर का माहौल बैठ जाएगा। घटना सामने आने के बाद स्कूलों का निरीक्षण करने कानपुर पहुंची उत्तर प्रदेश राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग की सदस्या अनीता अग्रवाल ने पहले स्कूलों का निरीक्षण किया। इसके बाद उन्होंने प्रेस कॉन्फ्रेंस की।
अनीता अग्रवाल ने बिधनू में घटी घटना के बारे कहा कि प्रयाग विद्या मंदिर इण्टर कॉलेज बिधनू का निरीक्षण किया गया, जहां पर दो दिन पहले 10वीं के छात्र ने कक्षा में सहपाठी की चाकू मारकर हत्या कर दी थी। उन्होंने कहा यह घटना बहुत ही दुखद वह दुर्भाग्यपूर्ण है। इस प्रकार की घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो इसके लिए आयोग ने घटना का संज्ञान लिया और विद्यालय का निरीक्षण किया गया। उन्होंने कहा कि स्कूल एक ऐसी जगह है जहां पर माता-पिता अपने बच्चे को सुरक्षित समझते हैं, इसके लिए यह आवश्यक है कि कक्षा नौ से लेकर कक्षा 12 तक के सभी विद्यालयों में बच्चों के बैग की तलाशी लेनी चाहिए, इसके साथ ही अभिभावकों को भी अपने बच्चों का बैग चेक करना चाहिए।
उन्होंने कहा कि अगर बच्चे मोबाइल का प्रयोग करते हैं तो उस पर नजर रखनी चाहिए कि वह मोबाइल का प्रयोग किस प्रकार कर रहा है, यह बहुत आवश्यक है। उन्होंने कहा कि इसके साथ ही स्कूलों का औचक निरीक्षण किया जाए, शिक्षा की गुणवत्ता की जांच की जाए, स्कूलों में मानकों की भी जांच की जाए तथा साफ-सफाई की समुचित व्यवस्था सुनिश्चित कराई जाए।
अनीता अग्रवाल ने बताया कि जनपद में भ्रमण के दौरान उच्च प्राथमिक विद्यालय सजारी सदर बाजार नगर क्षेत्र का निरीक्षण किया गया। जिसमें देखा गया कि कुछ बच्चे स्कूल यूनिफॉर्म में नहीं थे, जिसके संबंध में अवगत कराया गया कि डीबीटी के माध्यम से अभिभावकों के खाते में पैसा भेज दिया गया है, लेकिन अभिभावकों द्वारा बच्चों को यूनिफार्म अभी तक उपलब्ध नहीं कराई गई है, जिसके लिए निर्देशित किया गया कि अध्यापकों द्वारा बच्चों के माता-पिता से संपर्क कर बच्चों को यूनिफॉर्म दिलवाई जाए और यह सुनिश्चित कराया जाए कि सभी बच्चे स्कूल यूनिफॉर्म में ही स्कूल आयें तथा विद्यालय प्रांगण में साफ-सफाई की व्यवस्था सुनिश्चित कराने हेतु निर्देशित किया गया।
उन्होने कहा कि निरीक्षण के दौरान उत्तर प्रदेश राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग की सदस्या अनीता अग्रवाल द्वारा बच्चों से पहाडे सुने गये तथा किताबे भी पढवाई गयी बच्चों से चाइल्ड हेल्प नम्बर भी पूछा गया। बच्चों द्वारा उत्तर देने पर खुशी जाहिर की गयी एवं उपहार स्वरूप कॉपी व पेन दिये गये।