Lok Sabha Elections 2024: अपर्णा यादव ने अखिलेश पर तंज कसते हुए कहा कि, “INDI गठबंधन ने यह तय किया है कि PM मोदी से मुकाबला करने के लिए इनके शीर्ष नेतृत्व को उतरना ही पड़ेगा, इसलिए उन्होंने यहां से नामांकन दाखिल किया है।
समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव कहा से चुनाव लड़ेंगे इस सवाल का जवाब आज मिल गया। अखिलेश आगामी आम चुनाव के लिए कन्नौज सीट से उम्मीदवार हैं उन्होंने आज अपना नामांकन पत्र दाखिल कर दिया है। जिसे लेकर अब भारतीय जनता पार्टी की नेता और मुलायम सिंह यादव की छोटी बहू अपर्णा यादव का बयान सामने आया है। उन्होंने कहा कि INDI गठबंधन पीएम मोदी के डर से बड़े नेताओं को चुनाव में उतारने को मजबूर है।
भाजपा नेता अपर्णा यादव ने समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव के कन्नौज संसदीय सीट से नामांकन दाखिल करने पर कहा कि, “लोगों ने भाजपा को पूर्ण बहुमत से जिताने का अपना मन बना लिया है। जहां तक सपा और INDI गठबंधन की बात करें तो इनके बड़े नेताओं ने चुनावी मैदान में स्वयं उतरना तय किया है क्योंकि उन्हें PM मोदी से डर हैं इसलिए वे अपने बड़े नेताओं को रणनीतिक मैदान में उतार रहे हैं।
अपर्णा यादव ने कहा, नेताजी (मुलायम सिंह यादव) ने बहुत सारी सीटों को सुरक्षित बनाया लेकिन, उन सीटों पर भी भाजपा ने अपनी मेहनत से कमल को खिलाया है। INDI गठबंधन के लोगों ने तय किया है कि PM मोदी का मुकाबला करने के लिए इनके शीर्ष नेतृत्व को ही उतारना पड़ेगा, इसी के तहत उन्होंने (अखिलेश यादव) अपना नामांकन कन्नोज से दाखिल किया है।
अपर्णा यादव ने आम चुनाव 2024 में भारतीय जनता पार्टी की जीत का दावा किया और कहा कि प्रधानमंत्री अब तीसरी बार प्रधानमंत्री पद की शपथ लेंगे, उनके सामने कोई भी मैदान में उतर जाए, पर भाजपा को पूर्ण बहुमत की सरकार बनाने से कोई नहीं रोक सकता है।
उल्लेखनीय है कि समाजवादी पार्टी ने अखिलेश यादव से पहले कन्नौज संसदीय सीट से तेज प्रताप यादव को प्रत्याशी बनाया था लेकिन स्थानीय नेताओं और संबंधियों ने अखिलेश यादव को ही इस सीट से चुनाव में उतरने की बात कही जिसके बाद सपा अध्यक्ष ने आज अपना नामांकन पत्र दाखिल कर दिया। इस सीट से भाजपा ने सुब्रत पाठक को मैदान में उतारा है।
वहीं सपा प्रमुख अखिलेश यादव के कन्नौज सीट पर उतरने से ये सीट अब हाई प्रोफ़ाइल सीट में शामिल हो गई है। जिसके बाद अब यहां भाजपा के लिए टफ फाइट का मुकाबला रहेगा। बता दें कि कन्नौज सीट पर साल 1998 से 2019 तक लगातार सपा का ही शासन रहा है हालांकि 2019 में डिंपल यादव को इस सीट से हार का सामना करना पड़ा था।
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