अयोध्या में 22 जनवरी 2022 को रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के बाद अगले दिन यानि 23 जनवरी 2024 को मंदिर में आम लोगों के बालक राम के दर्शन के द्वार खोल दिए गए हैं। ऐसे में पहले ही दिन रात के 3 बजे से ही दर्शन के लिए श्रद्धालुओं की भारी भीड़ देखने को मिली। पहले ही दिन इस कदर श्रद्धालुओं की भीड़ रामलला के दर्शन के लिए अयोध्या आई जिसका शायद प्रशासन को अनुमान नहीं था।
ऐसे में भक्तों को रामलला के दर्शन करने में काफी समस्या का सामना करना पड़ी वहीं प्रशासन भी अस्त व्यस्त रहा। वहीं पहले दिन के मुकाबले दूसरे दिन अयोध्या में श्रद्धालुओं की स्थिति समान्य रही है और प्रशासन अभी तक अपने कार्य को पूरा करने में सक्षम दिख रही है।
आज भी रामलला के दर्शन के लिए कई राज्यों से लोग आए हुए हैं। पर कल की तरह आज की परिस्थित नहीं है आज श्रद्धालु अपने अराध्य देव बालक राम की मन भावनी क्षवि को बड़े प्रेम से दर्शन कर रहे हैं। वहीं अयोध्या प्रशासन की तरफ से वहां की सारी व्यवस्थाएं नियंत्रण में हैं।
बता दें कि अयोध्या में यूपी के प्रमुख सचिव गृह संजय प्रसाद, स्पेशल डीजी प्रशांत कुमार मौजूद हैं। साथ ही आठ हज़ार से ज़्यादा सुरक्षा कर्मी शांतिपूर्ण माहौल को बनाए रखने और आने वाले भीड़ को नियंत्रित करने के लिए तैनात हैं।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कल हवाई यात्रा से अयोध्या का सर्वेक्षण किया। कल के भीड़ को देखते हुए, जिला प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि भक्त हड़बड़ाहट में अयोध्या न आएं। 10-15 दिन बाद अयोध्या आएं और आराम से बालक राम के दर्शन करें।
23 जनवरी 2023: भीड़ के चलते रामलला के पट एक घंटे पहले ही खुल गए
कल दर्शन के लिए उमड़े हुजूम का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि दोपहर में शयन के लिए बंद किए गए भगवान रामलला के कपाट एक घंटे पहले ही खोल दिए गए। रामलला के शयन के लिए पट दोपहर 12.30 बजे से 2 बजे तक बंद रहने थे, लेकिन भीड़ के चलते 1 बजे ही खोल दिए गए। लोगों को दर्शन के लिए छोटे-छोटे ग्रुपों में भेजा जा रहा है।
एक बार तो लोग सिक्योरिटी तोड़कर ही भाग निकले। प्रशासन के मुताबिक, दोपहर दो बजे तक ढाई लाख लोगों ने दर्शन कर लिए। भीड़ को काबू करने के लिए 8 मजिस्ट्रेट तैनात किए गए हैं। वहीं, राम मंदिर के गर्भगृह में स्थापित नई प्रतिमा को बालक राम नाम दिया गया है।
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