अयोध्या में रामनवमी को ध्यान में रखकर रामलला के दरबार को तीन दिन के लिए 24 घंटे दर्शन के लिए खुला रहेगा और केवल रामलला के भोग और पूजन के समय ही कपाट को बंद रखा जाएगा। यह निर्णय रामलला के प्राण प्रतिष्ठा के बाद पहली बार पड़ रहे रामनवमी मेला में आने वाले संभावित भीड़ को देख कर लिया गया है।
Up के Cm Yogi Adityanath ने गुरुवार को अयोध्या धाम रामलला के दर्शन करने पहुंचे थे। जहाँ उन्होंने आगामी रामनवमी को ध्यान में रखकर राम मंदिर ट्रस्ट और प्रशासनिक अधिकारियों से चर्चा की। जिसमें यह निर्णय लिया गया कि रामलला का नवनिर्मित मंदिर का कपाट भक्तजनों के लिए 24 घंटे खुला रहेगा जिसके लिए मंदिर की ओर से पूरे इंतेजाम करने के निर्देश दिए जा चुके हैं। इसी के साथ लोगों को साफ पानी और स्वच्छ परिवेश रखने का निर्देश दिया है।
Cm Yogi ने अयोध्या के राजकीय इंटर कालेज के जनसभा में सम्मिलित हुए और फिर उन्होंने अधिकारियों के साथ राममंदिर के संबंध में बैठक की। बता दें कि इस बैठक में अप्रैल में आने वाले त्योहार जैसे श्रीराम नवमी और नवरात्र से संबंधित तैयारी के बारे में जाना। इस बैठक में Cm ने कहा कि नवरात्र और राम नवमी त्योहार पर श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के सदस्यों से विचार-विमर्श करके नवनिर्मित श्रीराम लला मंदिर को अष्टमी, नवमी और दशमी तक 24 घंटे तक कपाट खोलने की स्वीकृति बनी है। ऐसे में केवल पूजन-अर्चन के दौरान विशेष रूप से मंदिर के कपाट नियमित मानकों के अनुरूप बंद रहेगा।
Cm Yogi ने निर्देश देते हुए यह भी कहा कि रामनवमी के पर्व पर साफ-सफाई और पेयजल की व्यवस्था की जाए ताकि गर्मी के मौसम में कोई भी भक्त गर्मी से परेशान न हो। इसी के साथ परिवहन निगम एवं नगर विकास विभाग से तालमेल करके इलेक्ट्रानिक बसों की व्यवस्था की बात भी कही है। जिससे श्रद्धालुओं को ज्यादा दूरी चलने की परेशानी न झेलनी पड़े।
आपको बता दें कि इस बार 17 अप्रैल को अयोध्या में होने वाले रामनवमी के उपलक्ष्य में रामलला मंदिर का कपाट 24 घंटे तीन दिन तक 16,17,18 अप्रैल को खुला रहेगा और अयोध्या में रामनवमी मेला के समय इस बार 9 अप्रैल से शुरू होकर नौ दिनों तक मनाया जाएगा। वहीं रामनवमी को दोपहर ठीक 12 बजे मंगल ध्वनियों के साथ रामलला के जन्म का महोत्सव मनाया जाता है। यह उत्सव रामजन्मभूमि, कनक भवन, हनुमानगढ़ी मंदिर, मणिराम दास छावनी, श्रीरामवल्लभाकुंज मंदिर, दशरथ महल, रामलला सदन, रंग महल, लक्ष्मण किला, सियाराम किला जैसे दस हजार मंदिरों में रामलला जन्मोत्सव मनाया जाता है।
22 जनवरी 2024 को अयोध्या में हुए रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के बाद पहली बार अयोध्या में राम नवमी को मेला लगने जा रहा है। अब तक इस मेले में 20 लाख श्रद्धालु ज्यादा से ज्यादा आते थे। जिसका अनुमान इस बार 50 लाख पार लगाया जा रहा है। वहीं भीड़ को ध्यान में रखकर अयोध्या से जुड़े सभी राजमार्गों के किनारे 5-5 एकड़ की पार्किंग का निर्माण कार्य किया जा रहा है और अयोध्या के सभी मंदिरों में इसकी तैयारी को तेज कर दिया गया है।