Ayodhya News: प्रभु श्रीराम की नगरी अयोध्या में इस बार का दीपोत्सव कई मायनों में बेहद खास होने वाला है , क्योंकि इस बार रामलला अपने मंदिर में विराजमान हो चुके हैं। और यह बाल स्वरुप राम के मंदिर में विराजमान होने के बाद उनका यह पहला दीपोत्सव है।
इस त्योहार को और भी अधिक ऐतिहासिक बनाने के लिए प्रदेश की सरकार ने अपनी तैयारियां तेज कर दी है। इसके साथ ही पहली बार दीपोत्सव में 150 से ज्यादा झारखंड के आदिवासी समुदाय के लोग भी अयोध्या पहुंचकर अयोध्या में बनने वाले विश्व रिकॉर्ड में अपनी सहभागिता प्रदान करेंगे।
आपको बता दें कि अयोध्या में इस बार होने वाले दीपोत्सव इसलिए खास है क्योंकि इस बार के दीपोत्सव में 10 हजार लोग शामिल भी हो सकेंगे। इसके साथ ही लोगों के लिए राम की पैड़ी में दर्शक दीर्घा का निर्माण हो रहा है। इसका निर्माण दीपोत्सव के पहले से ही पूरा कर लिया जाएगा।
जहां पिछले वर्ष 51 घाटों पर दीप जलाए गए थे. वहीं इस बार 55 घाटों पर दीप जलाए जाने के लिए विशेष तैयारियां चल रही है। इस बार प्रभु राम के भव्य आगमन पर अवध विश्वविद्यालय के 32 हजार से ज्यादा वौलेंटियर इस बार के दीपोत्सव में नया विश्व रिकॉर्ड बनाने जा रहे है।
रामनगरी में दीपोत्सव के लेकर बैठक की गई जिसमें सुरक्षा को लेकर समीक्षा भी की गई। इसके साथ ही अधिकारियों ने निर्देश दिए कि मेले के दौरान लगने वाली बैरिकेडिंग मजबूत होने चाहिए साथ ही मेले में की जाने वाली गतिविधियों की पूर्व में मॉक ड्रिल कर ली जानी चाहिए।
वहीं दूसरी ओर डीएम ने निगम को निर्देश देते हुए घाटों के सौंदर्यीकरण के कार्यों को तेजी से पूरा करने के लिए कहा। इसके साथ ही दीपोत्सव के लिए अन्य चिन्हित घाटों की साफ सफाई एवं अन्य जरूरी आवश्यकताओं को पूर्ण करने के लिए भी निर्देश दिए।