अयोध्या में रामलला के दर्शनों के लिए भक्तों की भारी भीड़ उमड़ रही है। गर्भगृह में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के बाद बड़ी संख्या में श्रद्धालु नव्य और भव्य अयोध्या के दर्शन के लिए पहुंच रहे हैं। अयोध्या में 23 जनवरी को एक दिन में ही लगभग 5 लाख से ज्यादा लोग पहुंच गए थे। इतनी भीड़ होने के बावजूद सभी रामभक्तों ने बिना किसी व्यवधान(कुछ अपवाद को छोड़कर) के रामलला के दर्शन किए।
ये तभी संभव हो पाया जब रेलवे विभाग ने अपना काम बखूबी निभाया। रामभक्तों को कोई परेशानी न हो इसके लिए देश के कोने कोने से स्पेशल ट्रेनों का संचालन किया गया। भगवान श्रीराम के प्रति लोगों की भारी आस्था को देखते हुए अयोध्या के लिए एक के बाद एक स्पेशल ट्रेन चलाई गई।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के निर्देश पर रेल मंत्री अश्वनी वैष्णव के नेतृत्व में इस नेक काम को अंजाम दिया गया। देश के कोने-कोने से रामभक्तों को लेकर असंख्य ट्रेने अय़ोध्या पहुंची। दर्शनों के लिए रामनगरी पहुंचे कुल रामभक्तों में से 60-70 फीसदी लोग विभिन्न ट्रेनों में सवार होकर पहुंचे।
प्राण प्रतिष्ठा से लेकर अब तक छह दिनों में 15 लाख से अधिक रामभक्तों ने नव्य-भव्य मंदिर में दर्शन-पूजन किए। बता दें कि अय़ोध्या को इतना भव्य और नव्य बनाया गया है कि यहां पहुंचने वाले हर भक्त तारीफ करता नजर आया।
वहीं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के दिशानिर्देश पर गठित उच्चस्तरीय कमेटी की देखरेख में श्रद्धालुओं को सुगमता के साथ दर्शन-पूजन की व्यवस्था उपलब्ध कराई जा रही है। यहां तक कि मुख्यंमंत्री योगी आदित्यनाथ खुद रामभक्तों की सुख सुविधाओं का खयाल रख रहे हैं।
रोजाना लाखों की संख्या में रामभक्त श्रीरामलला के दरबार में सुगमता पूर्वक पहुंचकर दर्शन-पूजन कर रहे हैं। देश-विदेश, विभिन्न राज्यों और उत्तर प्रदेश के विभिन्न जिलों से रोजाना बड़ी संख्या में श्रद्धालु श्रीरामलला के दर्शन को पहुंच रहे हैं।
इतनी बड़ी संख्या में राम भक्तों को सुगमता के साथ दर्शन करा पाने के लिए भारतीय रेलवे पूरी तरह से सफल रही है। इसके लिए खासकर पीएम मोदी के निर्देशन में रेलमंत्री अश्विनी वैष्णव और उनकी टीम के द्वारा की जा रही व्यवस्था की जितनी तारीफ की जाय वो कम है।