अयोध्या में रामलला के दरबार में इस बार VVIP और VIP पास जारी नहीं किए जाएंगे। रामलला की प्राणप्रतिष्ठा की पहली वर्षगांठ के अवसर पर 11 से 13 जनवरी 2025 तक यह निर्णय लिया गया है। श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने बताया कि बढ़ती भीड़ और अव्यवस्था से बचने के लिए यह कदम उठाया गया है।
अयोध्या में रामलला के दरबार में इस बार VVIP और VIP पास जारी नहीं किए जाएंगे। रामलला की प्राणप्रतिष्ठा की पहली वर्षगांठ के अवसर पर 11 से 13 जनवरी 2025 तक यह निर्णय लिया गया है। श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने बताया कि बढ़ती भीड़ और अव्यवस्था से बचने के लिए यह कदम उठाया गया है। नए साल के पहले दिन ही 2 लाख से अधिक श्रद्धालुओं ने रामलला के दर्शन किए थे, जिससे यह निर्णय और भी महत्वपूर्ण हो गया।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ करेंगे समारोह का उद्घाटन
रामलला की प्राणप्रतिष्ठा की वर्षगांठ पर आयोजित होने वाले प्रतिष्ठा द्वादशी समारोह का शुभारंभ 11 जनवरी को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ करेंगे। इस दिन सुबह 10 बजे से 12:20 बजे तक रामलला का श्रृंगार, महाभिषेक और महाआरती होगी। इस अवसर पर भव्य आयोजन की तैयारियां की जा रही हैं।
11 जनवरी को रामलीला का मंचन होगा, जबकि 12 और 13 जनवरी को सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। इनमें अनुराधा पौडवाल, मालिनी अवस्थी और कुमार विश्वास जैसे प्रसिद्ध कलाकार अपनी प्रस्तुतियां देंगे।
पिछले साल 22 जनवरी 2024 को पौष शुक्ल पक्ष की द्वादशी तिथि पर रामलला की प्राण प्रतिष्ठा हुई थी। इसे पहली वर्षगांठ पर भव्य तरीके से मनाने की योजना है। इस दौरान वीआईपी और वीवीआईपी पास की सुविधा अस्थायी रूप से रद्द कर दी गई है, ताकि सभी व्यवस्थाएं आम श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए समर्पित की जा सकें।
यह आयोजन अयोध्या के इतिहास में एक नई छवि स्थापित करेगा। श्रद्धालुओं को सहज अनुभव प्रदान करने और भीड़ प्रबंधन सुनिश्चित करने के उद्देश्य से यह निर्णय लिया गया है। मुख्यमंत्री की उपस्थिति और भव्य सांस्कृतिक कार्यक्रम इसे और खास बनाएंगे।