सीएम योगी सभी विभागों को सख्त निर्देश दे चुके हैं कि अधिकारियों के प्रदर्शन का मानक जनता की संतुष्टि और उसके फीडबैक से तय किया जाएगा। इसके बाद भी गैरजिम्मेदार अधिकारी और कर्मचारी अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहा हैं। योगी सरकार सूबे की स्वास्थ्य व्यवस्था को दुरुस्त करने में जुटी है, तो वहीं डॉक्टर और कर्मचारी सरकार की जीरो टॉलरेंस की नीति पर सेंध लगा रहे हैं। ताजा मामला कासगंज जिले से सामने आया है। जहां ताला बंद से गोदाम से गर्भवती महिलाओं को वितरण किए जाने वाला राशन गायब हो गया।
आपको बता दें कि जिले के बाल विकास एवं पुष्टाहार विभाग के ताला बंद गोदाम के अंदर से लाखों रुपये का गर्भवती महिलाओं को वितरित होने वाला राशन अचानक गायब हो गया। इस बात की जानकारी विभागीय अधिकारियों को उस वक्त हुई जब बीते 6 जुलाई को गोदाम में राशन का मिलान किया गया।
यह पूरा मामला कासगंज जिले के पटियाली ब्लॉक का है, जहां बाल विकास परियोजना के तहत गर्भवती महिलाओं को बांटने जाने के लिए गोदाम में रखा लाखों रुपये का राशन और रिफाइंड गायब हो गया। हैरानी इस बात की है कि सब कुछ गायब हो गया और गोदाम का ताला भी नहीं टूटा। अब अधिकारी जांच करने पहुंचे हैं।
इस मामले में प्रथम दृष्टया ग़ायब राशन के इस मामले में विभाग तैनात एक बाबू सौरभ वर्मा जिस पर राशन के रख रखाव की ज़िम्मेदारी है उसके खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई गई है। वहीं, विभाग के अधिकारियों ने तीन सदस्यीय एक टीम बनाई है। जो इसकी जांच करेंगे।
डीपीओ प्रभारी कासगंज राजीव कुमार यादव ने बताया कि पटियाली ब्लॉक में पुष्टाहार विभाग में तैनात बंद गोदाम से लाखों रुपए का गर्भवती महिलाओं को बांटने वाला सामान गायब हो गया है। जिसमें तीन सदस्यीय टीम बनाकर जांच की जा रही है। वहीं, विभाग में तैनात बाबू सौरभ वर्मा के खिलाफ एफ आई आर दर्ज की गई है तथा गोदाम में रखे वितरण सामान का मिलान किया जा रहा है।