भाजपा के भ्रष्टाचारी राज में बैंकों का डूबना जारी -अखिलेश यादव
सरकार ने वित्तीय संकट से गुजर रहे निजी क्षेत्र के लक्ष्मी विलास बैंक पर एक महीने तक के लिए पाबंदियां लगा दी हैं। रिजर्व बैंक के निर्देशों के अनुसार लक्ष्मी विलास बैंक का कोई खाताधारक फिलहाल 25 हजार रुपए तक की निकासी कर सकेगा।
बैंक की वित्तीय स्थिति को देखते हुए आरबीआई की सलाह के बाद सरकार ने यह कदम उठाया है। अब इस मामले पर समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष और यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने ट्वीट किया है।
अखिलेश यादव ने कहा, ‘भाजपा के भ्रष्टाचारी राज में बैंकों का डूबना जारी है। अब जनता की बचत लक्ष्मी विलास बैंक में डूब रही है।
भाजपा के भ्रष्टाचारी राज में बैंकों का डूबना जारी है. अब जनता की बचत लक्ष्मी विलास बैंक में डूब रही है. उप्र के लाखों खाताधारकों का पैसा प्रादेशिक व अन्य राज्यों की शाखाओं में फँस गया है.
भाजपा ने सबके ख़िलाफ़ जाकर, सबका विनाश कर, सबका विश्वास खो दिया है. #नहीं_चाहिए_भाजपा
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) November 20, 2020
उप्र के लाखों खाताधारकों का पैसा प्रादेशिक व अन्य राज्यों की शाखाओं में फंस गया है।’ अखिलेश ने कहा कि भाजपा ने सबके खिलाफ़ जाकर, सबका विनाश कर, सबका विश्वास खो दिया है।
भारतीय रिजर्व बैंक की सलाह के बाद सरकार ने डीबीएस इंडिया द्वारा लक्ष्मी विलास बैंक के अधिग्रहण की योजना की भी घोषणा कर दी है। भारतीय रिजर्व बैंक ने मंगलवार को एक बयान में कहा था कि बैंक की ओर से विश्वसनीय पुनरोद्धार योजना नहीं पेश करने की स्थिति में खाताधारकों के हित में यह फैसला किया गया है। साथ ही बैंकिंग और वित्तीय क्षेत्र की स्थिरिता के हितों का भी ख्याल रखा गया है।