Lok Sabha Poll 2024 : भगवान बराह के पूवर्जन्म की धरती बाराबंकी में लोक सभा चुनाव को लेकर राजनीतिक हलचलें पूरे उफान पर हैं। अनुसूचित जाति के लिए सुरक्षित मानी जानी वाली इस सीट पर भारतीय जनता पार्टी ने उपेंद्र सिंह रावत को टिकट दिया था पर उनके लिए तथाकथित अश्लील वीडियो काफी घातक रहा और उन्हें चुनाव मैदान से बाहर होना पड़ा। इसके बाद पार्टी ने जिला पंचायत अध्यक्ष राजरानी रावत को मैदान में उतारा। वहीं, कांग्रेस -सपा गठबन्धन ने पीएल पुनिया के बेटे तनुज पुनिया को उतारकर उसकी युवा छवि को भुनाने का प्रयास किया है।
तो दूसरी बार चुनाव मैदान में उतरने वाले तनुज पुनिया के बारे में जानना भी यहाँ आवश्यक हो जाता है।
सपा -कांग्रेस की और से इस बार चुनाव में उतरने वाले तनुज पुनिया साल 2019 में भी बाराबंकी सीट पर अपनी दावेदारी पेश की थी लेकिन वह हार गए थे। राजरानी रावत के लिए भी यह दूसरा मौका है। सपा के टिकट पर वह 2014 में चुनाव लड़ चुकीं हैं लेकिन वह हार गयी थीं।
बाराबंकी के सियासी इतिहास को भी जानना जरूरी
पूर्व में यह सीट कांग्रेस के लिए गढ़ मानी जाती थी लेकिन भारतीय जनता पार्टी व समाजवादी पार्टी ने धीरे -धीरे अपना किला दुरूस्त कर लिया। आजादी के बाद से यह सीट 17 लोक -सभा चुनावों का गवाह रही है। साल 2009 में जब चुनाव हुए तो कांग्रेस की ओर से पीएल पुनिया ने वापसी कराई और वह भी पूरे 25 साल के लम्बे अंतराल के बाद। बाराबंकी में बैजनाथ रावत ने बतौर भारतीय जनता पार्टी उम्मीदवार 1998 में पार्टी की किस्मत को खोला। वहीं, 2014 के इलेक्शन में जब देश भर में मोदी लहर सर चढ़कर बोल रहा था भारतीय जनता पार्टी प्रत्याशी प्रियंका रावत ने इस सीट से पार्टी का किला बुलंद कर लिया।