बरमूडा का त्रिकोण तो आपने सुना ही होगा। जहां जाने पर जाने वाला उसमें समाहित हो जाता है। हां, बरमूडा का त्रिकोण तो प्राकृतिक है लेकिन आज़मगढ़ के आराजी बाग के जोधीपुरा चौराहे पर नगर पालिका की नाली एक खतरनाक गड्ढे के रूप में परिवर्तित हो चुकी है। जिसमें आपके जरा सा चुके से आपकी गाड़ी नाली में जा सकती है।
आजमगढ़ जिले की नगर पालिका परिषद की नाली मानो नाली न होकर किसी दुर्घटना का point हो। आज़मगढ़ के आराजी बाग में एक अंधे मोड़ पर नाली ने सुरसा रूपी मुँह खोल रखा है और रोज दो चार गाड़िया उसमे फंस जाती है। कई मोटरसायकिल वाले उसमें गिरकर घायल हो चुके है लेकिन विभीषण की निद्रा जैसी नींद में सोई नगर पालिका खर्राटे लेकर मजे नींद का आनंद ले रही है।
क्या नाली साफ करने वाले या कूड़ा उठाने वाले नगर पालिका कर्मचारियों ने इसकी सूचना विभाग को नहीं दी होगी लेकिन जिस तरह पकवान और मिष्ठान की खुशबू से विभीषण जागता था? क्या नगर पालिका विभाग भी किसी विशेष पकवान की खुशबू से ही जागेगा? आखिर कब होगी यहां की समस्या दूर… सोचने वाली बात है क्योंकि योगी का समना है कि प्रदेश को उत्तरल प्रदेश से उत्तम प्रदेश बनाया जाए।