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UP News: SGPGI निदेशक पद की नियुक्ति प्रक्रिया में बड़ा बदलाव, अब 68 वर्ष तक की उम्र होगी मान्य

बुधवार को हुई राज्य कैबिनेट की बैठक में संजय गांधी स्नातकोत्तर आयुर्विज्ञान संस्थान (एसजीपीजीआई) के निदेशक पद की नियुक्ति प्रक्रिया से जुड़े नियमों में अहम बदलाव को स्वीकृति मिली। नए प्रावधानों के तहत निदेशक की अधिकतम आयु सीमा 65 वर्ष से बढ़ाकर 68 वर्ष कर दी गई है। साथ ही, राज्यपाल को अब निदेशक पद पर कार्यरत व्यक्ति को सेवा विस्तार देने का अधिकार प्राप्त होगा।

वर्तमान निदेशक प्रो. धीमान के कार्यकाल से जुड़ी चर्चा

इस संशोधन के बाद संस्थान के मौजूदा निदेशक प्रो. आरके धीमान के सेवा विस्तार की संभावना चर्चा में है। उनका कार्यकाल फरवरी 2024 में समाप्त हो रहा है। नियमों में बदलाव होने के साथ ही, यह अनुमान लगाया जा रहा है कि प्रो. धीमान को पद पर बने रहने के लिए अतिरिक्त समय मिल सकता है। हालांकि, इस संबंध में अभी कोई आधिकारिक घोषणा नहीं की गई है।

नए निदेशक के लिए आवेदन प्रक्रिया पूर्ण

निदेशक पद के लिए आवेदन प्रक्रिया पहले ही पूरी हो चुकी है। संस्थान को देशभर से 38 प्रोफेसरों के आवेदन प्राप्त हुए हैं, जिनमें 13 आवेदक किंग जॉर्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय (केजीएमयू), पोस्ट ग्रेजुएट इंस्टीट्यूट (पीजीआई), और लोहिया संस्थान से जुड़े हुए हैं। नियमावली में संशोधन के बाद अब चयन समिति की बैठक में इन आवेदनों की समीक्षा की जाएगी।

क्यों महत्वपूर्ण है यह निर्णय?

इस नीतिगत बदलाव का उद्देश्य अनुभवी विशेषज्ञों को संस्थान की कमान संभालने का अवसर देना है। स्वास्थ्य सेवाओं में निरंतरता बनाए रखने और दीर्घकालिक परियोजनाओं को पूरा करने के लिए यह कदम उठाया गया है। हालांकि, कुछ विश्लेषकों का मानना है कि यह संशोधन प्रो. धीमान के लिए विशेष रूप से किया गया हो सकता है, जिनके नेतृत्व में संस्थान ने हाल के वर्षों में उल्लेखनीय प्रगति की है।

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