नए साल 2025 में उत्तर प्रदेश पुलिस सेवा में बड़े बदलाव होने जा रहे हैं। इस वर्ष 70 से ज्यादा आईपीएस अधिकारियों को पदोन्नति का तोहफा मिलेगा, जिससे पुलिस प्रशासन में नई ऊर्जा और जिम्मेदारी का संचार होगा। इसके साथ ही कई जिलों में पुलिस अधीक्षकों के पदों में भी बदलाव किए जाएंगे।
सूत्रों के अनुसार, उत्तर प्रदेश में 50 से ज्यादा आईपीएस अफसरों को नए साल में पदोन्नति मिलने की संभावना है। इसके लिए विभागीय पदोन्नति समिति (DPC) की बैठक 26 दिसंबर को आयोजित की जाएगी। डीपीसी के बाद अगर सभी अधिकारियों की सीआर (कर्मचारी रिपोर्ट) सही पाई जाती है, तो 8 आईपीएस अधिकारी एडीजी (एडिशनल डायरेक्टर जनरल) से डीजी (डीरेक्टर जनरल) के पद पर प्रमोट हो जाएंगे।
इसके अलावा, 3 आईपीएस अफसरों को आईजी (इंस्पेक्टर जनरल) से एडीजी के पद पर पदोन्नति मिल सकती है, जबकि 12 आईपीएस अधिकारी डीआईजी (डीप्युटी इंस्पेक्टर जनरल) से आईजी के पद पर प्रमोट होंगे। एसपी (सुपरिटेंडेंट ऑफ पुलिस) से डीआईजी के पद पर 30 आईपीएस अधिकारियों को पदोन्नति दी जाएगी। वहीं, 12 बैच के 15 अधिकारियों को सेलेक्शन ग्रेड भी मिलने की उम्मीद है।
इस बदलाव के तहत कई जिलों में पुलिस अधीक्षकों के पदों पर भी परिवर्तन होगा। कुछ एसपी रैंक के अधिकारियों को जिलों का कप्तान बनाया जा सकता है। प्रमोशन पाने वालों में प्रमुख नाम मथुरा एसएसपी शैलेंद्र पांडेय, झांसी एसएसपी सुधा सिंह, मुजफ्फरनगर एसएसपी अभिषेक सिंह, शाहजहांपुर एसएसपी राजेश एस, प्रयागराज के अतिरिक्त पुलिस आयुक्त अजय पाल शर्मा, फतेहपुर के कप्तान आलोक प्रियदर्शी, गौतमबुद्धनगर के डीसीपी राम बदन सिंह, वाराणसी के डीसीपी ह्रदेश कुमार, लखनऊ के डीसीपी तेज स्वरूप शामिल हैं।
इसके अलावा, उत्तर प्रदेश की पुलिस सेवा में बदलाव के दौरान गौतमबुद्धनगर की आईजी लक्ष्मी सिंह, लखनऊ रेंज की आईजी प्रशांत कुमार और एटीएस की आईजी नीलाब्जा चौधरी को एडीजी के पद पर प्रमोशन मिलने की संभावना है।
इसके साथ ही 12 आईपीएस अधिकारियों को आईजी के पद पर प्रमोशन मिलने की उम्मीद है। इनमें डीआईजी अमित पाठक, जोंगेंद्र कुमार, रविशंकर, विपिन कुमार मिश्रा, भारती सिंह, गीता सिंह, और योगेश सिंह शामिल हैं।
इन पदोन्नतियों से उत्तर प्रदेश पुलिस सेवा को नई दिशा मिलेगी और प्रदेश में कानून व्यवस्था के सुदृढ़ीकरण में मदद मिलेगी।
This Post is written by Abhijeet Kumar yadav