बलरामपुरः बलरामपुर जिले के हरैया सतघरवा ब्लॉक में स्थित तेंदुआनगर ग्राम सभा में नेशनल नरेगा मॉनिटरिंग सिस्टम, यानि NNMS लागू होने के बाद भी ग्राम प्रधान, ग्राम सचिव और ग्राम रोजगार सेवक किसी न किसी तरह से जुगाड़ लगाकर मस्टर रोल में गड़बड़ी कर भ्रष्टाचार को बढ़ावा देने में जुटे हैं। स्थानीय ग्रामीणों ने आरोप लगाया है कि तेंदुआ नगर के भदवार मजरे में मनरेगा के तहत जो कार्य हो रहे हैं। उसमें मज़दूरों की फर्जी हाज़िरी लगवाई जा रही है। बता दें कि इस ग्राम सभा में 2 साइटों पर मनरेगा के तहत कार्य चल रहा है। जिनमें पहली साइट पर 25 मजदूर तो दूसरी साइट पर 18 मजदूर चकरोड की पटाई के लिए लगाए गए हैं। ग्रामीणों का आरोप है कि भदवार मजरे में काम करने के लिए दोनों साइटों पर महज 5-6 मज़दूर ही उपलब्ध होते हैं। लेकिन मस्टररोल के हिसाब से हाजिरी 35 से 40 मजदूरों की लगाई जाती है। ग्रामीणों का आरोप है कि रोज सुबह के समय कुछ मजदूर डंडों का गट्ठर लेकर मनरेगा साइट पर जाते हैं और ग्राम रोजगार सेवक द्वारा उनका फोटो खींच लिया जाता है। फोटो खिंचने के बाद सारे मजदूर अपने दूसरे कार्यों में लग जाते हैं। इसके बाद 5 से 6 मजदूर ही मनरेगा साइट पर पटाई का काम करते हैं।
बता दें कि पिछले 15 दिनों से चकरोड की पटाई का काम चल रहा है। लेकिन चकरोड का काम अब तक पूरा नहीं हो पाया है। यहां तक कि चकरोड को तय मानक से इतना संकरा पाटा जा रहा है कि उस पर गाड़ी सही से नहीं चल सकती। ग्रामीणों ने उच्च अधिकारियों से मांग की है कि मस्टररोल और मनरेगा के कार्यों में चल रही गड़बड़ी की जांच कर उचित कार्रवाई की जाए। इस मसले पर जब हमने बलरामपुर जिले के मुख्य विकास अधिकारी संजीव कुमार मौर्य से बात की तो उन्होंने बताया कि आपके द्वारा मामले को संज्ञान में लाया गया है। इसमें जांच करवा कर उचित कार्रवाई की जाएगी। अगर मस्टररोल के हिसाब से वहां पर मजदूर काम नहीं कर रहे हैं तो उन मजदूरों के कार्य दिवसों को शून्य किया जाएगा। साथ ही अन्य विधिक कार्रवाई भी की जाएगी।
बलरामपुर से संवाददाता प्रमोद पांडे की रिपोर्ट