LS Election 2024: सुल्तानपुर से सांसद और भाजपा से आम चुनाव 2024 के लिए उम्मीदवार मेनका गांधी वैसे तो करोड़पति के राजनेताओं में गिनी जाती हैं। लेकिन पिछले पांच साल यहां से सांसद होते हुए उनकी आय 10 करोड़ रुपए कम हो गई। यह बात बुधवार को नॉमिनेशन में दिए गए ब्यौरे से उजागर हुआ है, जहां उन्होंने बताया कि उनके पास कुल संपत्ति 43 करोड़ 43 लाख, 61 हजार 48 रुपया है। वहीं वर्ष 2019 में उनके द्वारा दिए गए हलफनामें में उन्होंने 53 करोड़ 75 लाख 27 हजार 583 रुपए अपनी प्रॉपर्टी बताई थी।
हलफनामें के अनुसार उनके पास ये है संपत्ति
मंगलवार 2024 में दिए गए शपथ पत्र के तहत पशु-पक्षी प्रेमी मेनका गांधी ने उजागर किया कि उनके पास एक राइफल है। वहीं उनके बैंक खातों में 16 करोड़ 43 लाख 36 हजार 873 रुपया जमा है और अन्य कंपनियों के 23 करोड़ 30 लाख 32 हजार 505 रुपए के शेयर उनके पास है। उन्होंने बीमा कंपनियों से 77 लाख 92 हजार 693 रुपए कि पॉलिसी भी ली है। वहीं मेनका ने 8 लाख 85 हजार 598 रुपया का ऋण फर्म/कंपनी को दिया है।
जबकि जेवरात के नाम पर मेनका के पास 3.50 किलो सोना, 85 किलो चांदी है। जिसकी वर्तमान में कुल कीमत 2 करोड़ 82 लाख 24 हजार 879 रुपए है। उनके पास जो राइफल है उसकी कीमत 40,000 रुपए है। इस प्रकार देखा जाए तो उनकी कुल संपत्ति का सकल कुल मूल्य 43 करोड़ 43 लाख, 61 हजार और 48 रुपया है।
2014 के हलखनामें उनके पास 36 करोड़ की संपत्ति थी
पीलीभीत ससंदीय सीट से वर्ष 2014 में नामांकन पत्र भरने के समय उनकी चल-अचल संपत्ति करीब 36 करोड़ रुपए थी। 5 सल बाद वर्ष 2019 में उनकी संपत्ति बढ़कर 53 करोड़ रुपए हो गई। शपथ पत्र के अनुसार मेनका गांधी के पास उस समय नकदी के रूप में सिर्फ 45 हजार रुपए थे। लेकिन उनके ऊपर बैंकों की एक करोड़ 27 लाख 37 हजार 520 रुपए की देनदारी भी थी। उनके पास संजय गांधी के कुटुंब के नाम एक करोड़, 93 लाख, 98 हजार 868 रुपए की चल-अचल संपत्ति है।
मेनका आयकर कर दाता
भाजपा प्रत्याशी आयकर दाता भी हैं। करोड़ों की हैसियत होने के बावजूद उनके पास अपना कोई निजी वाहन नहीं है। भाजपा प्रत्याशी मेनका संजय गांधी के पास 3 किलो 415 ग्राम सोने के जेवरात हैं। उनके पास करीब 85 किलो चांदी भी है। दोनों की कीमत हलफनामे में देखें तो 1,52,86,743 रुपए बताई गई है।
केंद्रीय मंत्री व भाजपा से सुल्तानपुर प्रत्याशी मेनका संजय गांधी हिमाचल प्रदेश के सोलन जिले में स्थित द लॉरेंस स्कूल सनावर से 1972 में आईसीएस (इंटरमीडिएट) की परीक्षा को उत्तीर्ण किया है।