लोकसभा चुनाव 2024 के लिए बीजेपी तैयारी में जुट गई है। बीजेपी का फोकस यूपी में सबसे ज्यादा है, क्योंकि यूपी में सबसे ज्यादा 80 लोकसभा सीटें हैं और दूसरा पिछले चार चुनावों में जनता ने बीजेपी को जनादेश दिया है। बीजेपी को उम्मीद है कि अगले साल होने वाले लोकसभा चुनाव में जनता एक बार फिर उसके ही रहेगी। यही वजह है कि बीजेपी यहां सबसे ज्यादा ताकत झोंक रही है।
पीएम मोदी दो दिवसीय पूर्वांचल के दौरा पर हैं। शुक्रवार को गोरखपुर में वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन को हरी झंडी दिखाई। इसके साथ ही कई परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास किया। एक तरफ सीएम योगी आदित्यनाथ कई जिलों का दौरा कर चुके हैं। वहीं, अब पीएम मोदी भी लोकसभा चुनाव के मद्देनजर यूपी का दौरा करना शुरू कर दिए हैं। इधर पार्टी संगठन अपने स्तर पर चुनाव की रणनीति बनाने में जुटा हुआ है।
बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा भी यूपी को लेकर खास रणनीति बनाने में जुट गए हैं। योगी कैबिनेट के पूर्व मंत्रियों को भी बड़ी जिम्मेदारी मिलने की सुगबुगाहट है। जिसमें कई दिग्गज चेहरों को शामिल किया जाएगा। बीजेपी के गठबंधन की रणनीति को समझें तो यहां की पूरी प्लानिंग समझ आने लगेगी। बीजेपी गठबंधन छोटे दलों के साथ सीटों के बंटवारे का भी फॉर्मूला तय कर लिया है। राजनीतिक पंडितों का कहना है कि बीजेपी लोकसभा चुनाव 2024 के करीब एक साल पहले ही सीटों का फॉर्मूला तय कर लिया था।
लोकसभा चुनाव 2024 के लिए बीजेपी गठबंधन की रूप रेखा में सभी 80 सीटों का फॉर्मूला तय कर लिया है। इस फॉर्मूले के तहत पार्टी की सहयोगी दल अपना दल एस को दो सीट देने पर सहमति बनी है। अनुप्रिया पटेल अपनी पार्टी के सिंबल से चुनाव लड़ेंगी। जबकि पार्टी का दूसरा उम्मीदवार बीजेपी के सिंबल से चुनाव लड़ेगा। इसके अलावा बीजेपी अपनी चुनावी सहयोगी दल निषाद पार्टी को भी एक सीट देगी। निषाद पार्टी का उम्मीदवाग बीजेपी के सिंबल से चुनाव लड़ेगा।
ओम प्रकाश राजभर की पार्टी सुभासपा के लिए भी बीजेपी ने एक सीट रिजर्व की है। लेकिन उनसे गठबंधन होने पर ये स्थिति बनेगी। सुभासपा का उम्मीदवार बीजेपी के सिंबल से ही चुनाव लड़ेगा। बीजेपी की ओर से गठबंधन की रूप रेखा तय हो गई है। जिससे एनडीए एक बार फिर मोदी के नेतृत्व में लोकसभा चुनाव लड़ने जा रही है।