मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ 8 जनवरी को मिल्कीपुर के हैरिंग्टनगंज पलिया मैदान में भारतीय जनता पार्टी की विशाल जनसभा को संबोधित करेंगे। इस जनसभा का मुख्य उद्देश्य मिल्कीपुर उपचुनाव में भाजपा के पक्ष में माहौल बनाना है।
सीएम योगी अपने संबोधन में भाजपा की नीतियों, विकास कार्यों और आगामी योजनाओं का जिक्र करते हुए जनता को पार्टी के प्रति आकर्षित करेंगे। उनके इस दौरे से चुनावी समीकरणों पर महत्वपूर्ण प्रभाव पड़ने की उम्मीद है।
जनसभा में सीएम योगी मिल्कीपुर की जनता को कई विकास परियोजनाओं की सौगात भी दे सकते हैं। भाजपा जिलाध्यक्ष संजीव सिंह ने पुष्टि की है कि मुख्यमंत्री का यह दौरा पार्टी के चुनावी एजेंडे को मजबूती देगा।
अयोध्या की मिल्कीपुर विधानसभा सीट पर होने वाला उपचुनाव भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के लिए बेहद अहम हो गया है। 2024 के लोकसभा चुनाव में अयोध्या सीट पर हार का सामना करने के बाद पार्टी अब इस उपचुनाव को जीतकर अपनी साख बचाने और राजनीतिक दबदबा कायम रखने की कोशिश कर रही है।
सीएम योगी की रणनीति और मंत्रियों की तैनाती
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस उपचुनाव को जीतने के लिए खास रणनीति बनाई है। उन्होंने अपने कैबिनेट के छह मंत्रियों को मिल्कीपुर सीट का जिम्मा सौंपा है। इनमें अयोध्या के प्रभारी मंत्री सूर्यप्रताप शाही, जलशक्ति मंत्री स्वतंत्रदेव सिंह, सहकारिता राज्यमंत्री जेपीएस राठौर, आयुष राज्यमंत्री डॉ. दयाशंकर मिश्रा, मयंकेश्वर शरण सिंह और सतीश शर्मा शामिल हैं।
इसके अलावा, खुद सीएम योगी और दोनों उपमुख्यमंत्री लगातार इस क्षेत्र का दौरा कर रहे हैं और चुनावी तैयारियों की समीक्षा कर रहे हैं।
2022 के विधानसभा और 2024 के लोकसभा चुनाव का संदर्भ
2022 के विधानसभा चुनाव में मिल्कीपुर सीट पर समाजवादी पार्टी (सपा) ने जीत दर्ज की थी। हालांकि, 2024 के लोकसभा चुनाव में इस सीट से विधायक अवधेश प्रसाद अयोध्या के सांसद चुने गए, जिससे यह सीट खाली हो गई। भाजपा इस हार को एक बड़ा झटका मानते हुए इसे उपचुनाव के जरिए पलटने की तैयारी में है।
माइक्रो मैनेजमेंट और बूथ स्तर की रणनीति
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने चुनाव जीतने के लिए “माइक्रो मैनेजमेंट” पर जोर दिया है। शनिवार को मिल्कीपुर में हुई बैठक में सीएम ने सभी मंत्रियों को बूथवार टोली बनाने और जनता से सीधा संवाद करने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि हर गांव-गांव जाकर जनता से संपर्क करें और भाजपा सरकार की नीतियों व उपलब्धियों को समझाएं।
भाजपा बनाम सपा: सटीक मुकाबले की तैयारी
मिल्कीपुर सीट पर भाजपा और सपा के बीच सीधा मुकाबला होने की संभावना है। भाजपा जहां अपने संगठन और कैडर के माध्यम से आगे बढ़ रही है, वहीं सपा अपनी पारंपरिक वोटबैंक पर भरोसा कर रही है।
यह उपचुनाव न केवल भाजपा की प्रतिष्ठा का सवाल है, बल्कि अयोध्या क्षेत्र में पार्टी के भविष्य के लिए भी अहम भूमिका निभाएगा।