यूपी के पूर्व सीएम और सपा के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने जयप्रकाश नारायण (जेपी) की प्रतिमा पर माला पहनाने से रोकने पर भाजपा पर हमला किया। शनिवार को लोहिया जयंती श्रद्धांजलि अर्पित करने पहुंचे अखिलेश यादव ने कि कहा, “जेपी जी ने सम्पूर्ण क्रांति का आह्वान किया था, लेकिन सरकार का कल का व्यवहार बिल्कुल अनुचित था। यह कहना कि जानवरों के कारण वहां नहीं जा सकते, तो जानवर हर सड़क पर रहते हैं। तो क्या इसका मतलब यह है कि हम सड़क पर चलना छोड़ दें?
यहाँ समाजवादियों की कमी नहीं है, बल्कि बीजेपी के विकास की तुलना में जेपीएनआईसी आज भी सबसे आधुनिक इन्फ्रास्ट्रक्चर है। ये लोग विनाशकारी और जातिवादी हैं। हत्याओं का संतुलन बनाने के लिए एक के बाद एक हत्या करवाते हैं।
मदरसे बंद करने की सिफारिशों पर अखिलेश ने कहा कि, “यह देश सभी का है। संविधान ने सभी को अधिकार दिए हैं, लेकिन ये लोग हर चीज को उलट देना चाहते हैं। ये नफरत फैलाने वाले लोग हैं, जातियों के बीच लड़ाई करवाकर शासन करना चाहते हैं। लेकिन देश अब समझ रहा है कि बीजेपी की यह राजनीति सफल नहीं होगी।”
अखिलेश यादव ने मोहन भागवत के बयान पर टिप्पणी करते हुए कहा, “यह महत्वपूर्ण नहीं है कि कौन क्या कह रहा है। जब भारत को बांग्लादेश की रक्षा करनी चाहिए थी, तब ये लोग कहां थे? मुझे इस पर कुछ नहीं कहना… यह देश सबका है। आजादी के बाद जब देश बना, तो मुसलमान भी साथ थे। मुसलमानों ने भी कुर्बानियां दी हैं। संविधान के अनुसार, हमें सभी को समान मानना होगा।”
“पत्थरबाजी के दौरान कमजोर के साथ खड़े होने पर भागवत के बयान पर बोले अखिलेश ने कहा, “यह सच्चाई है… कमजोर के साथ खड़ा होना चाहिए।
रेल दुर्घटनाओं पर सवाल उठाते हुए अखिलेश यादव ने कहा, “रेल मंत्रालय पर पहले भी कई सवाल उठाए गए हैं। इन्होंने कहा था कि वे रेलवे में सुधार करेंगे और दुर्घटनाओं को कम करेंगे। कुछ सुधार करने की कोशिश की गई, लेकिन कोई नतीजा नहीं निकला। अगर किसी पेपर लीक का रिकॉर्ड टूटा है, तो वह रेल दुर्घटनाओं का ही है।”
ओवैसी के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए अखिलेश ने कहा कि: “यह पहले भी इंडिया ब्लॉक में आ चुका है, जो गठबंधन बना है, वह बना रहेगा।”