अयोध्या की मिल्कीपुर विधानसभा सीट पर हुए उपचुनाव में 65.25% मतदान हुआ, जो 2022 के मुकाबले 5% अधिक है। पिछले विधानसभा चुनाव में यहां 60.2% वोटिंग दर्ज की गई थी।
रुझान बताते हैं कि मतदाताओं ने 2022 और 2024 में लिए गए फैसलों पर पुनर्विचार करते हुए इस बार अलग रुख अपनाया है। इस उपचुनाव में भाजपा के चंद्रभानु पासवान और सपा के अजीत प्रसाद के बीच कड़ा मुकाबला देखा गया।
भाजपा और सपा की रणनीतियाँ
भाजपा ने बूथ स्तर पर जबरदस्त मेहनत की और अपने कोर वोटर्स को मतदान केंद्र तक लाने में कोई कसर नहीं छोड़ी। दूसरी ओर, समाजवादी पार्टी ने पासी समाज, मुस्लिम और यादव वोट बैंक को साधने की कोशिश की।
रुझानों से स्पष्ट होती 3 प्रमुख बातें:
1. योगी आदित्यनाथ की रणनीति सफल – भाजपा के असंतुष्ट नेताओं को मनाने में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ कामयाब रहे।
2. सभी वर्गों में भाजपा की पकड़ मजबूत – भाजपा ने सवर्ण, दलित, पिछड़ा और मुस्लिम वोटरों को अपने पक्ष में लाने में सफलता पाई।
3. कानून-व्यवस्था पर सपा का मुद्दा कमजोर पड़ा – 6 महीने में हुई दो बड़ी घटनाओं के बावजूद समाजवादी पार्टी भाजपा के खिलाफ मजबूत माहौल नहीं बना पाई।
2022: सपा की जीत
समाजवादी पार्टी के अवधेश प्रसाद ने भाजपा के गोरखनाथ बाबा को 13,338 वोटों से हराया था।
अवधेश प्रसाद (सपा): 1,03,905 वोट
गोरखनाथ बाबा (भाजपा): 90,567 वोट
बसपा तीसरे स्थान पर रही
2017: भाजपा की जीत
भाजपा के बाबा गोरखनाथ ने अवधेश प्रसाद को 28,276 वोटों से हराया था।
बाबा गोरखनाथ (भाजपा): 86,960 वोट
अवधेश प्रसाद (सपा): 58,684 वोट
बसपा तीसरे स्थान पर
2012: सपा की जीत
अवधेश प्रसाद ने 73,803 वोट पाकर जीत हासिल की थी। भाजपा को 32,972 वोट मिले थे।
2007: बसपा की जीत
बसपा के आनंद सेन ने 60,515 वोटों से जीत दर्ज की थी, जबकि सपा के राज चंद्र यादव को 51,136 वोट मिले थे।
मिल्कीपुर विधानसभा फैजाबाद लोकसभा सीट के अंतर्गत आती है। 2024 लोकसभा चुनाव में सपा के अवधेश प्रसाद ने भाजपा के लल्लू सिंह को 7,733 वोटों से हराया था।
अवधेश प्रसाद (सपा): 95,612 वोट
लल्लू सिंह (भाजपा): 87,879 वोट
इस जीत के बाद अवधेश प्रसाद सांसद बने और मिल्कीपुर विधानसभा सीट खाली हो गई, जिससे उपचुनाव जरूरी हुआ।
भाजपा: “जनता हमारे साथ”
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी ने कहा कि योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में संगठन ने समन्वित तरीके से प्रचार किया। उन्होंने दावा किया कि भाजपा को सभी जातियों और समुदायों का समर्थन मिला है, जिससे भाजपा प्रत्याशी चंद्रभानु पासवान की जीत सुनिश्चित है।
सपा: “चुनाव में धांधली हुई”
सपा प्रवक्ता राजेंद्र चौधरी ने भाजपा पर प्रशासनिक धांधली का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि पुलिस और प्रशासन ने भाजपा के पक्ष में काम किया, जिससे निष्पक्ष चुनाव प्रभावित हुआ। हालांकि, उन्होंने भरोसा जताया कि जनता समाजवादी पार्टी के साथ है और सपा की जीत होगी।
मिल्कीपुर उपचुनाव में भाजपा और सपा के बीच कड़ी टक्कर देखने को मिल रही है। हालांकि, शुरुआती रुझानों में भाजपा को बढ़त मिलती दिख रही है। योगी आदित्यनाथ की रणनीति, चंद्रभानु पासवान की साफ छवि और भाजपा की सामाजिक समीकरण साधने की नीति कारगर साबित होती दिख रही है। अब देखना होगा कि अंतिम नतीजे क्या कहानी बयां करेंगे।