उत्तर प्रदेश लोकसभा 2024 में भाजपा की अंतिम संसदीय प्रत्याशी सूची रामनवमी के बाद ही जारी होने का अनुमान है। यूपी की इन 12 सीटों की पर सूची उलझी हुई है क्योंकि बृजभूषण ने भाजपा के प्रस्ताव को पूरी तरह से ठुकरा दिया है।
आम चुनाव के दौरान राजनीतिक सरगर्मियां तेज हैं ऐसे में भाजपा के लिए उत्तर प्रदेश में 12 बचे हुए सीटों पर प्रत्याशियों को उतारना सीधी उंगली से घी निकालने जैसा हो गया है। फिलहाल सूत्रों की माने तो इन सीटों के लिए उम्मीदवारों की सूची कैसरगंज के सांसद बृजभूषण शरण सिंह के कारण हो रहा है। ऐसे में ये भी माना जा रहा है कि शेष 12 सीटों पर उम्मीदवारों की सूची भाजपा रामनवमी के बाद ही लाएगी।
वहीं ये भी खबरे मिल रही हैं कि भाजपा एक साथ इन सीटों पर अपने उम्मीदवारों के नाम को सबके समक्ष लाना चाहती है पर कैसरगंज को लेकर पूरी तरह से पेंच जाम हो चुका है।
इस सीट से सांसद बृजभूषण हर हाल में चुनाव लड़ने पर अड़े हैं। पर, महिला पहलवानों से हुए विवाद को देखते हुए पार्टी नेतृत्व उनके स्थान पर उनके परिवार के किसी सदस्य या उनके सुझाव पर किसी दूसरे को चुनाव लड़ाने को तैयार है। भाजपा नेतृत्व का मानना है कि बृजभूषण को टिकट दिया गया तो विपक्ष को बैठे-बिठाए एक मुद्दा मिल जाएगा।
इसका कारण ये है कि इस सीट से बृजभूषण लड़ने के लिए आमादा हैं । ऐसे में भाजपा नेतृत्व अब एमपी-एमएलए कोर्ट दिल्ली के फैसले के इंतेजार में हैं। वहीं ऐसा संभव है कि इसी दिन भाजपा इन 12 सीटों के लिए प्रत्याशियों को मैदान में उतार दे।
सूत्रों के अनुसार भाजपा नेतृत्व ने बृजभूषण की पत्नी या बेटे प्रतीक भूषण में से किसी एक को टिकट देने का प्रस्ताव रखा है। लेकिन बृजभूषण तैयार नहीं हैं और उन्होंने इन प्रस्ताव को ठुकरा दिया है।
आगामी लोकसभा चुनाव में जिन सीटों पर उम्मीदवार घोषित होने बाकी हैं, उनमें मैनपुरी, रायबरेली, गाजीपुर, बलिया, भदोही, मछलीशहर, प्रयागराज, फूलपुर, कौशांबी, देवरिया, फिरोजाबाद और कैसरगंज शामिल हैं।
विधानसभा उपचुनाव के प्रत्याशी भी एक साथ होंगे घोषित
लोकसभा की 12 सीटों के उम्मीदवारों की सूची के साथ ही उत्तर प्रदेश के उन चार विधानसभा सीटों के प्रत्याशियों की भी सूची जारी होगी, जिनपर उपचुनाव होने हैं। इनमें लखनऊ पूरब, ददरौल (शाहजहांपुर), गैसड़ी (बलरामपुर) और दुद्धी (सोनभद्र) शामिल हैं। जिनमें तीन सीटों पर भाजपा जीती थीं, जबकि गैसड़ी विधानसभा में सपा ने बाजी मारी थी।
लखनऊ पूर्वी सीट विधायक आशुतोष टंडन और ददरौल विधायक मानवेंद्र सिंह के निधन की वजह से खाली हुई। जबकि एक मामले में सजा के बाद भाजपा विधायक रहे रामदुलार गोंड को अयोग्य करार दिए जाने की वजह से दुद्धी सीट खाली हुई है।
उप चुनाव वाले चारों विधानसभा सीटों के लिए प्रत्याशियों के नाम लगभग तय हैं, सिर्फ लखनऊ पूरब सीट को लेकर मामला फंसा है। इस सीट पर आशुतोष टंडन के छोटे भाई अमित टंडन चुनाव लड़ना चाहते हैं। वहीं, पार्टी के प्रदेश के प्रवक्ता हीरो वाजपेयी की भी दावेदारी मजबूत मानी जा रही है। कई और लोगों ने भी दावेदारी कर रखी है।
माना जा रहा है कि रक्षामंत्री राजनाथ सिंह की सहमति के बाद ही किसी का नाम तय होगा। वहीं, ददरौल सीट से स्व. मानवेंद्र सिंह के बेटे अजय सिंह का चुनाव लड़ना तय माना जा रहा है। गैसड़ी सीट की बात करें तो यहां से पूर्व विधायक शैलेंद्र सिंह ‘शैलू’ और दुद्धी सीट पर विधायक रहे रामदुलार गोंड के बेटे को टिकट दिया जाना पक्का माना जा रहा है।
ददरौल सीट पर चौथे चरण में 13 मई को, लखनऊ पूरब सीट पर पांचवें चरण में 20 मई को, गैसड़ी सीट पर छठवें चरण में 25 मई को और दुद्धी सीट पर सातवें चरण में 1 जून को मतदान होगा।